चंडीगढ़, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । हरियाणा सरकार ने खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए ऑनलाइन खाद बिक्री की योजना तैयार की है। मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल के जरिये किसानों को ऑनलाइन खाद मुहैया कराई जाएगी। 31 जुलाई से पहले पोर्टल के जरिये खाद मिलना शुरू हो जाएगी। सहकारी समितियों की डिमांड में भी 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। अब 40 फीसदी की जगह 50 फीसदी खाद का वितरण सोसायटियों के जरिये होगा।
किसानों को अब खाद के लिए लंबी लाइनों में खड़ा नहीं होना पड़ेगा और न ही खाद की किल्लत झेलनी पड़ेगी। ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किसान कहीं से भी आसानी से खाद ले सकेंगे। इसके साथ ही सरकार ने खाद वितरण नीति में भी बदलाव किया है। पहले सोसायटी में 40 प्रतिशत खाद दी जाती थी और प्राइवेट खाद एजेंसियों को 60 प्रतिशत। किसानों की सुविधा को देखते हुए और गांव के किसानों को खाद के लिए बाहर न जाना पड़े, इसको लेकर अब सोसायटियों को 50 प्रतिशत खाद दी जाएगी। यदि कोई किसान सोसाइटी से खाद लेगी और वह खाद के पैसे को 6 महीने के अंदर-अंदर वापिस करती है, तो उस किसान से खाद की रकम का कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने शुक्रवार काे बताया कि बारिश के समय डीएपी व यूरिया खाद की डिमांड बढ़ जाती है। यूरिया और डीएपी के लगातार रैक आ रहे हैं। किसानों को खाद की किसी तरह की किल्लत नहीं होने दी जाएगी। 16 जुलाई को डीएपी खाद का रैक रोहतक आया है, जहां से डीएपी खाद को झज्जर, पलवल, गुरुग्राम, फरीदाबाद व मेवात में वितरित किया जाएगा। इसी प्रकार 17 जुलाई को हिसार में खाद का रैक पहुंचा है, इस खाद को फतेहाबाद, भिवानी, सिरसा तथा 18 को करनाल, पानीपत, सोनीपत, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र में वितरित किया जाएगा। प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को खाद-बीज इत्यादि में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। किसानों का हित हमारे लिए सर्वोपरि हैं।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
