


तामुलपुर (असम), 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । तामुलपुर जिला प्रशासन के तत्वावधान में और तामुलपुर गोल्ड नामक एक विशेष परियोजना के अंतर्गत आज तामुलपुर जिले के कचुबाड़ी स्थित महाप्रभु श्रीश्री गोपाल और जगन्नाथ थान सत्र के सभागृह में एक लोन मेले का आयोजन किया गया। मेले का उद्घाटन करते हुए जिलाधिकारी पंकज चक्रवर्ती ने कहा, यदि कोई व्यक्ति वास्तव में व्यवसायी बनना चाहता है, तो उसे बैंक के साथ लेनदेन करना ही होगा। चाहे वह बैंक में कितनी भी राशि जमा करे या न करे, अगर वह लेनदेन नहीं करता है, तो वह कभी भी उद्यमी या व्यवसायी नहीं बन सकता। साथ ही उन्होंने बैंकों से ऋण देने के लिए आगे आने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि ऋण की किश्तों का समय पर भुगतान करना केवल लाभार्थियों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि जो लोग समय पर भुगतान नहीं करते, उनके खिलाफ रिकवरी मुकदमा दर्ज करने पर भी विशेष जोर दिया जाएगा। नवगठित जिले के सर्वांगीण विकास के लिए बेरोजगार युवक-युवतियों तथा उद्यमी पुरुष-महिलाओं से उन्होंने ऋण लेकर अपने-अपने व्यवसाय और उद्यम को आगे बढ़ाने और आत्मनिर्भर बनकर जिले को भी आगे ले जाने का आह्वान किया।
असम राज्य जीविका मिशन, कृषि, पशुपालन, मत्स्य, हस्तशिल्प-बुनाई (मुद्रा लोन), उद्योग एवं वाणिज्य, विद्युत बोर्ड (सौरघर लोन) आदि विभागों के सहयोग से आयोजित इस लोन मेले में कुल 43 करोड़ रुपये के 931 ऋण स्वीकृत किए गए। इनमें से 37.20 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए।
उल्लेखनीय है कि आज के लोन मेले में एसबीआई, केनरा, यूको, एक्सिस, असम ग्रामीण विकास बैंक सहित कुल 8 बैंकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त डॉ. दीपांकर नाथ, पार्षद हेमंत कुमार राभा, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एलडीएम ज्योतिप्रकाश मित्रा, नाबार्ड के जिला विकास अधिकारी उत्पल बेजबरुवा, तामोल प्लेट प्रा. लि. की अधिकारी देवलिना रॉय, जिला प्रशासन के अनेक अधिकारी-कर्मचारी, स्वयं सहायता समूह के सदस्य आदि उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा
