
बरेली, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । शेयर बाजार में मुनाफे के ख्वाब सजाने वाले एक युवक को ऑनलाइन ट्रेंडिंग करना भारी पड़ गया। यूट्यूब पर वीडियो देखकर निवेश की बारीकियां सीखीं, धीरे-धीरे निवेश बढ़ाया, और आखिरकार 25 लाख रुपये की गाढ़ी कमाई एक फर्जी ट्रेडिंग कंपनी के झांसे में आकर गंवा दी। मामला SSP तक पहुंचा, जिसके बाद पुलिस ने हरकत में आकर एफआईआर दर्ज कर ली और आरोपी कंपनी के खाते सीज कर दिए हैं।
बारादरी थाना क्षेत्र के नवादा शेखान, गुलाबवारी रोड निवासी ओम प्रकाश गंगवार ने बताया कि उन्होंने 25 मार्च 2025 को यूट्यूब पर शेयर बाजार से जुड़े वीडियो देखना शुरू किया। शुरुआत में ग्रो ऐप पर खाता खोला और छोटी-छोटी रकम लगाकर ट्रेडिंग शुरू की। कुछ ही दिनों में उनके संपर्क में कुछ लोग आए, जिन्होंने ‘UK India Fast Tech’ नामक एक ऐप के जरिए ट्रेडिंग में ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच दिया।
झांसे में आकर 25 लाख रुपये लगाए, फिर नहीं निकले पैसे
ओम प्रकाश ने इनकी बातों में आकर ऐप पर अकाउंट बना लिया और 28 मई 2025 तक करीब 25 लाख रुपये का निवेश कर दिया। शुरुआत में मुनाफे के आंकड़े दिखते रहे, लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की तो कोई विकल्प काम नहीं किया। उन्हें तब जाकर समझ आया कि यह पूरा खेल ठगी का था।
दर्ज हुई रिपोर्ट, खाते सीज कर रिकवरी शुरू
पीड़ित ने 2 जून को ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कोई खास कार्रवाई नहीं हुई। थक-हारकर उन्होंने एसएसपी अनुराग आर्य से मुलाकात कर अपनी आपबीती सुनाई। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर थाना पुलिस को जांच के निर्देश दिए। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए फर्जी ट्रेडिंग कंपनी के बैंक खातों को सीज कर रकम की आंशिक रिकवरी कर ली है।
अब यह रकम पीड़ित को तभी मिल सकेगी जब वह थाने में जाकर औपचारिक एफआईआर दर्ज कराए। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जांच के बाद बाकी रकम भी जल्द से जल्द वापस दिलाने का प्रयास किया जाएगा। कल देर शाम एसएसपी के आदेश पर साइबर थाने में पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
(Udaipur Kiran) / देश दीपक गंगवार
