
अनूपपुर, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । मैकल पर्वत श्रृंखला पर स्थित पवित्र नगरी अमरकंटक लोगों की आस्था का केंद्र है। प्रतिवर्ष यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां नर्मदा के दर्शन तथा पूजा करने के लिए पहुंचते हैं। इसके साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य भी परिपूर्ण है। यहां की भौगोलिक संरचना ट्रैकिंग के लिए भी काफी अच्छी है। साहसिक एवं पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग तथा देश में ट्रैकिंग गतिविधियों का आयोजन करने वाले इंडिया हाइक्स कंपनी के बीच करार (एमओयू) हुआ है। कंपनी अब अमरकंटक में पर्यटन गतिविधि के रूप में ट्रैकिंग को विकसित करने व पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाने को लेकर के कार्य करेगी।
वर्तमान में अमरकंटक में ये हैं ट्रैकिंग रूट
वर्तमान में अमरकंटक दो चिन्हित ट्रैकिंग रूट हैं। शंभू धारा से कपिलधारा तक 7.50 किलोमीटर एवं दूसरा कबीर चबूतरा से सोनमूड़ा 8 किलोमीटर का ट्रैफिक रूट निर्धारित है। इसके साथ ही चार और ट्रैकिंग रूट की संभावना यहां पर है। लालपुर से जालेश्वर 5 किलोमीटर, पोड़की से शंभू धारा 11 किलोमीटर, पोड़की से फर्री सेमर 6 किलोमीटर एवं पोड़की से राजमेरगढ़ 15 किलोमीटर का ट्रैकिंग रूट है। हालांकि अभी तक इसे चिन्हित नहीं किया गया है।
इंडिया हाइक्स कंपनी के एक्सप्लोरेशन टीम के प्रमुख अंकित कुमार ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में उनकी कंपनी उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, कश्मीर तथा पश्चिम बंगाल में ट्रैकिंग गतिविधियों का आयोजन कर रही है। अब मध्य प्रदेश में पर्यटन विभाग से करार होने के बाद अमरकंटक पहुंचे हैं। मैकल पर्वत में ट्रैकिंग रूट की तलाश कर रहे हैं। साहसिक गतिविधियों से यहां आने वाले पर्यटकों को जोड़ने के लिए योजना तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही यहां ट्रैकिंग गतिविधियों की शुरुआत नियमित रूप से कराई जाएगी। अमरकंटक में देश विदेश से लोग पहुंचते हैं जिनमें ऐसे पर्यटक भी शामिल होते हैं जो इन गतिविधियों के शौकीन होते हैं लेकिन उन्हें यहां पर पर्याप्त व्यवस्था तथा सुविधा न मिल पाती हैं जिन्हें यह अवसर उपलब्ध कराया जाएगा।
बीते दो वर्ष में 1200 लोगों ने की ट्रैकिंग
अमरकंटक में ट्रैकिंग गतिविधि का आयोजन वर्ष भर में एक या दो बार ही किया जाता है। नर्मदा जयंती पर पांच दिनों तक प्रशासन की अगुवाई में ट्रैकिंग गतिविधि होती है। बीते दो वर्ष में 1200 लोगों ने ट्रैकिंग करते हुए अमरकंटक के मैकल पर्वत की सुंदरता और बादियों को नजदीक से देखा। पर्यटकों की बात करें तो वर्ष 2023 में 56 विदेशी पर्यटक एवं 36 लाख 12000 देशी पर्यटक व 2024 में 23 विदेशी एवं 36 लाख 96 हजार 650 देशी पर्यटक आए हैं।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
