
गुना, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । गुना के गुलाब और धनिया की खुशबू यहां की गलियों के साथ अब विदेशी धरती पर भी महकेगी। इतना ही नहीं, जिले के अन्य उत्पादों को भी अंतराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने के लिए किसानों और व्यापारियों को अनुकूल माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी के तहत गुरुवार को एक निजी होटल में निर्यात उन्मुख कार्यशाला का आयोजन किया गया। एक जिला, एक उत्पाद के तहत हुई कार्यशाला में बड़ी संख्या में उद्यमियों, निर्यातकों एवं क्षेत्रीय उत्पाद निर्माताओं ने भाग लिया। कार्यशाला में कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल सहित प्रमुख अधिकारियों, विशेषज्ञों एवं उद्यमियों ने भाग लिया । इस दौरान गुलाब, धनिया और अन्य कृषि उत्पादों के निर्यात की जानकारी देेने के साथ ही निर्यात प्रक्रिया, ब्रांडिंग, आधुनिक पैकेजिंग तकनीकों, गुणवत्ता मानकों तथा बाजार रणनीतियों से अवगत कराया गया।
गुना को बनाना है लोकल से ग्लोबल: कलेक्टर
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने कहा कि गुना को लोकल से ग्लोबल बनाना हमारा संकल्प है। इसके लिए मिशन 2047 के अंतर्गत गुना में 1 एकड़ भूमि से 12 लाख रुपये वार्षिक आय के मॉडल को सफल बनाने की दिशा में काम हो रहा है। गुलाब एवं धनिया जैसी फसलों को वैश्विक बाज़ार में पहुँचाया जा रहा है। उन्होने कहा कि जिले में दो फ्लाईओवर परियोजनाएं, 10.5 किलोमीटर लंबी सर्विस लेन, गुना-शिवपुरी राष्ट्रीय राजमार्ग का विकास, और रिंग रोड निर्माण प्रगति पर हैं। यह परियोजनाएं जिले को लॉजिस्टिक और निवेश की दृष्टि से एक मज़बूत केंद्र बनाएंगी।
जोखिम से सुरक्षा प्रदान करती है ईसीजीसी : शर्मा
कार्यशाला में एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अर्पित शर्मा ने बताया कि ईसीजीसी भारतीय निर्यातकों को भुगतान न मिलने के जोखिम से सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे उनका विश्वास बढ़ता है और उन्हें बैंकों से वित्तीय सहायता प्राप्त करने में भी सुविधा होती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ईसीजीसी बीमा सुरक्षा देने के साथ यह भी सुनिश्चित करता है कि निर्यातक अपने विदेशी खरीदारों की क्रेडिट प्रोफाइलऔरभुगतान क्षमताकी जानकारी पहले से प्राप्त कर सकें। स्पाईस बोर्ड के आशीष जायसवाल ने जिले के परिप्रेक्ष्य में मसालों कीप्रोसेसिंग, वैल्यू एडिशन और अंतरराष्ट्रीय मांग के अनुरूप उत्पादन को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। वेलमार्ट इंडिया के समीर मिस्त्री ने बताया कि वेलमार्ट किसानों कोतकनीकी प्रशिक्षण, गुणवत्ता मानकों की जानकारी और विपणन सहायता प्रदान करता है।
डिज़ाइन सिर्फ सौंदर्य नहीं, रणनीति : विदाठे
राष्ट्र्रीय डिज़ाइन संस्थान से डॉ. राकेश विदाठे ने अपने उद्बोधन में कहा कि डिज़ाइन, ब्रांड वैल्यू और नवाचार ही किसी उत्पाद को वैश्विक मंच पर विशिष्ट पहचान दिलाते हैं। उन्होंने उद्यमियों से आग्रह किया कि वे अपने उत्पादों की बौद्धिक संपदा सुरक्षित कराएं ताकि उनका व्यापार कानूनी रूप से सुरक्षित रह सके। उन्होंने यह भी बताया कि एनआईडी जैसी संस्थाएं, डिज़ाइन नवाचार, लोगो डेवलपमेंट, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और जीआई टैग आदि में तकनीकी मार्गदर्शन और प्रशिक्षण उपलब्ध कराती हैं, जो विशेष रूप से स्टार्टअप्स और ग्रामीण कारीगरों के लिए अत्यंत लाभकारी है। उन्होंने युवाओं को नवाचार आधारित उद्यमशीलता की ओर प्रेरित करते हुए कहा कि डिज़ाइन सिर्फ सौंदर्य नहीं, रणनीति है जो बाजार में स्थान तय करती है।कार्यक्रम में एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक ऑफ इंडिया के एजीएम एवं क्षेत्रीय प्रमुखश्री आनंद कृष्ण सिंह ने निर्यातकों को वित्तीय सहायता, ऋण सुविधाओं और वैश्विक व्यापार में प्रतिस्पर्धा के लिए आवश्यक रणनीतियों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
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(Udaipur Kiran) / अभिषेक शर्मा
