
गुवाहाटी, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । असम को अतिक्रमण से मुक्त कर राज्य की ज़मीन और मूलवासियों के राजनीतिक अधिकारों की रक्षा करना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का स्पष्ट लक्ष्य है। मंगलवार को जारी एक बयान में भाजपा, असम प्रदेश ने राज्य सरकार द्वारा बांग्लादेशी घुसपैठियों से अतिक्रमित ज़मीन को वापस लेने की कार्रवाई का स्वागत किया।
भाजपा प्रवक्ता कल्याण गोगोई ने कहा कि वर्तमान में असम की 63 लाख बीघा ज़मीन अवैध कब्जे में है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के तहत पूर्वी बंगाल से आए लोगों को आरक्षित ज़मीन पर बसाया, जिससे असम के मूल निवासियों के आत्मनिर्णय के अधिकार को ठेस पहुंची। लेकिन भाजपा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुरूप सख्ती से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की है।
गोगोई ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में शुरू हुई इस मुहिम को भाजपा का पूर्ण समर्थन है। उन्होंने बताया कि अब तक नगांव, लखीमपुर, बरपेटा, दरंग, धुबड़ी और ग्वालपाड़ा जिलों में करीब 1.20 लाख बीघा ज़मीन को खाली कराया गया है। यह अभियान आने वाले दिनों में भी पूरी ताकत के साथ जारी रहेगा, चाहे कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल इसका विरोध करें।
प्रवक्ता ने कहा कि असम विधानसभा चुनाव 2016 और 2021 के घोषणापत्रों में इस अभियान का उल्लेख किया गया था और वर्तमान सरकार चुनावी वादों को निभा रही है।
इतिहास का हवाला देते हुए गोगोई ने कहा कि वर्ष 1955-57 में तत्कालीन मुख्यमंत्री विष्णु राम मेधी ने भी इसी तरह की कार्रवाई शुरू की थी, लेकिन प्रधानमंत्री नेहरू और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के विरोध के चलते उन्हें मद्रास का राज्यपाल बनाकर हाशिए पर डाल दिया गया। अब वही अधूरा मिशन डॉ. सरमा के नेतृत्व में फिर से शुरू हुआ है।
गोगोई ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह मानवीय आधार पर नहीं, बल्कि अपने वोट बैंक की राजनीति को बचाने के लिए अतिक्रमण हटाने के अभियान का विरोध कर रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने सत्रों की ज़मीन पर भी घुसपैठियों को बसाया।
भाजपा का कहना है कि पूर्वी बंगाल मूल के प्रवासी न केवल ज़मीन पर कब्जा कर रहे हैं, बल्कि असम की भाषा, संस्कृति और सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित कर रहे हैं। लेकिन असम की जनता ने कांग्रेस के इस समर्थन को नकारते हुए भाजपा को दो बार सत्ता में भेजा है।
मंगलवार को भाजपा असम प्रदेश ने खानापाड़ा स्थित वेटरनरी कॉलेज मैदान में राज्य सरकार की पहल के समर्थन में आभार कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सैकिया ने कहा कि कांग्रेस के समर्थन से आए प्रवासियों ने स्थानीय व्यवसायों पर भी कब्जा जमाया है। इस आक्रामकता के विरुद्ध लड़ना और असम में मूलवासी नेतृत्व को पुनः स्थापित करना भाजपा का मिशन है।
इस अवसर पर आयोजित विशाल रैली में दिलीप सैकिया के नेतृत्व में पांच हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
