
गुवाहाटी, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने राज्य की पहचान और भूमि की सुरक्षा को लेकर अपनी सरकार की कटिबद्धता को एक बार फिर दोहराया है। उन्होंने अवैध घुसपैठ और योजनाबद्ध जनसंख्या परिवर्तन को अस्तित्व के लिए खतरा बताया।
सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कई जिलों में जनसंख्या संतुलन बिगाड़ने के उद्देश्य से योजनाबद्ध अतिक्रमण किए जा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार ने समय रहते सख्त कदम उठाए हैं और इन प्रयासों को विफल करने में सफलता पाई है।
डॉ. सरमा ने आंकड़े साझा करते हुए जानकारी दी कि अब तक 1.19 लाख बीघा से अधिक सरकारी भूमि, यानी 19 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन अवैध कब्जे से मुक्त कराई जा चुकी है। उन्होंने इसे असम की सांस्कृतिक और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में एक बड़ी उपलब्धि बताया।
उन्होंने कहा, हम राज्य में नंबर 1 हैं क्योंकि हमने असम के हितों की रक्षा के लिए दृढ़ता दिखाई है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस अभियान में जनता एकजुट होकर सरकार का समर्थन कर रही है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब असम में अवैध घुसपैठ, जनसंख्या असंतुलन और भूमि अधिकारों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है। राज्य सरकार इन मुद्दों पर आक्रामक रणनीति अपनाते हुए खुद को जमीन और पहचान की रक्षा करने वाली ताकत के रूप में पेश कर रही है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
