
हुगली, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । दुर्गापुर एक्सप्रेसवे के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-19 को छह लेन करने की परियोजना पर ज़मीन अधिग्रहण का काम शुरू होते ही विवाद खड़ा हो गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से इस परियोजना को लागू किया जा रहा है और इसी सिलसिले में डानकुनी नगरपालिका के वार्ड संख्या-4 के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में अब तक सड़क से सटे लगभग 31 बीघा ज़मीन का अधिग्रहण किया जा चुका है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन्हें इस बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई और नियमों का पालन किए बिना ही ज़मीन पर कब्जा कर लिया गया। सबसे बड़ी नाराजगी इस बात को लेकर है कि किसी को मुआवज़ा तक नहीं दिया गया है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि कोई योजना नहीं, कोई नोटिस नहीं, अचानक देख रहे हैं सरकार हमारी ज़मीन ले ली। हम जब अपने ज़मीन की जानकारी ऑनलाइन चेक कर रहे थे, तो पाया कि हमारे नाम पर कुछ भी नहीं दिख रहा है। चारों ओर घेर कर लगभग 31 बीघा ज़मीन ले ली गई।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के श्रीरामपुर सांगठनिक जिले के उपाध्यक्ष दिलीप सिंह ने (Udaipur Kiran) से मंगलवार को कहा कि वर्षों पहले जब ब्रिजेन ग्रुप यहां काम कर रही थी तो उस समय लोगों को जमीन का मुआवजा दिया था। यदि किसी को लगता है कि कोई अन्याय हो रहा है तो वह अदालत जा सकता है। हंगामा करके कोई फायदा नहीं होने वाला है।
तृणमूल कांग्रेस के वार्ड काउंसिलर हसन मंडल ने भी इस मामले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि डानकुनी टोल प्लाजा के पश्चिम की तरफ एक बस्ती को अचानक उजाड़ दिया गया। न कोई नोटिस, न कोई चर्चा, बस रात के अंधेरे में ज़मीन पर लाइन खींच दी गई। यह ज़मीन अधिग्रहण की कोई प्रणाली नहीं है। ज़मीन अधिग्रहण एक व्यवस्थित प्रक्रिया होती है, जिसे पूरी पारदर्शिता और संवाद के साथ किया जाना चाहिए। —————
(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
