Madhya Pradesh

हिंदू संगठनों की मड़ई मस्जिद निर्माण को लेकर पुलिस से झड़प, एसडीएम हटाए गए

हिंदू संगठनों की मड़ई मस्जिद निर्माण को लेकर पुलिस से झड़प, एसडीएम हटाए गए

जबलपुर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । मड़ई में मस्जिद मामले में प्रशासन और हिंदू संगठनों का टकराव बढ़ता जा रहा है। सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताते हुए कलेक्टर का प्रतीकात्मक अर्थी जुलूस निकाला। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो झड़प की स्थिति बन गई। विवादित स्थल को लेकर विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल ने जिला प्रशासन पर पक्षपात के आरोप लगाए हैं। प्रदर्शन की शुरुआत मड़ई स्थित सरस्वती स्कूल से हुई,जहाँ सैकड़ों कार्यकर्ता भगवा ध्वज और बैनर लेकर जुटे। प्रतीकात्मक रूप से जबलपुर कलेक्टर की अर्थी बनाई गई,पूरे मार्ग पर “कलेक्टर हटाओ” “मंदिर भूमि वापस दो” “वक्फ का झूठ नहीं चलेगा” और “जय श्रीराम” जैसे नारों की गूंज रही। प्रदर्शन मार्ग पर गधों के ऊपर मटकी लटकाई गई थी जिस पर नारे लिखे हुए थे।

हिंदू संगठनों के लोग जमकर नारेबाजी करते हुए जैसे ही मड़ई मस्जिद की ओर बढ़े पुलिस ने वहां पहले से की गई बेरीकेडिंग के जरिए उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन कुछ कार्यकर्ता वेरिकेड गिराकर आगे बढ़ गए। इसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया तथा वाटर कैनन के प्रयोग से कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। इस प्रदर्शन के दौरान कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं घटी। पुलिस ने स्थिति को कुशलता से कंट्रोल कर मस्जिद क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। स्थिति तनावपूर्ण परंतु नियंत्रण में है। इस प्रदर्शन में विश्व हिन्दू परिषद महाकोशल प्रांत विभाग,जिला एवं प्रखंड के सैकड़ों कार्यकर्ताओं सम्मिलित हुए।

कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी दीपक सक्सेना ने एसडीम रांझी को अलग करते हुए कलेक्टर कार्यालय में अटैच किया है। वहीं रांझी एसडीएम की कमान ऋषभ जैन संयुक्त कलेक्टर को सौंपी गई है। हिंदू संगठनों का आरोप है कि मड़ई स्थित बाल गायत्री मंदिर की जमीन (खसरा नंबर 169) पर अवैध रूप से मस्जिद का निर्माण किया गया है। जबकि वक्फ बोर्ड को केवल 1000 वर्ग फुट भूमि का ही आवंटन मिला था, लेकिन निर्माण कार्य करीब 3000 वर्ग फुट में फैला हुआ है। इसके अलावा,मस्जिद की आड़ में अवैध मदरसे का संचालन किए जाने का भी आरोप है। इस भूमि विवाद का मामला जिला दंडाधिकारी के न्यायालय में विचाराधीन है और दोनों पक्ष अपने दस्तावेज अपनी जानकारी और अपने दावे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में प्रशासनिक स्तर पर कुछ अधूरे तथ्यों की जानकारी सार्वजनिक करने के इस मामले में आरोप प्रत्यारोप और वाद विवाद की स्थिति और बढ़ गई है। विवाद को देखते हुए मड़ई क्षेत्र में पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। प्रशासन लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।

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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक

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