

अजमेर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि डायबिटीज केवल अनुवांशिक कारणों से ही नहीं, बल्कि मानसिक तनाव से भी होता है। उन्होंने कहा कि यह तनाव प्रायः दूसरों के सुख को देखकर पैदा होता है। कई बार लोग इस बात से परेशान रहते हैं कि उनका प्रतिद्वंदी इतना सुखी क्यों है?। देवनानी अजयमेरु डायबिटीज सोसायटी और डायबिटीज एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय डायबिटीज समिट में देशभर से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने अपने जीवनशैली के बारे में बताते हुए कहा कि वे पिछले डेढ़ साल से चाय नहीं पीते और रोज़ाना 7 किलोमीटर पैदल चलते हैं। उन्होंने कहा, आज ही मैंने डायबिटीज की जांच करवाई, भोजन के बाद शुगर लेवल 105 था — इसका श्रेय अनुशासित जीवनशैली को जाता है।
देशभर से जुटे डायबिटीज विशेषज्ञ
दो दिवसीय राष्ट्रीय डायबिटीज समिट में देश के जाने-माने विशेषज्ञों ने डायबिटीज नियंत्रण, जटिलताओं के निदान और आधुनिक तकनीकों पर आधारित उपचार विधियों पर अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।
मुख्य बिंदु:
डॉ. कमलाकर त्रिपाठी (पद्मश्री): डायबिटिक किडनी रोग के उपचार में दवा का संतुलित उपयोग और फिल्ट्रेशन रेट पर बल।
डॉ. विजय पाटनी (कोलकाता): युवा महिलाओं को आर्टिफिशियल स्वीटनर से बचने की सलाह।
डॉ. संदीप सूची (हिसार): डायबिटिक नेफ्रोपैथी की प्रारंभिक जांच की आवश्यकता पर जोर।
डॉ. राजेश देशमुख (नागपुर): डायबिटिक फुट अल्सर मैनेजमेंट।
डॉ. एपीएस सूरी (दिल्ली): इनोवेटिव ड्रेसिंग तकनीक से अल्सर का शीघ्र उपचार।
डॉ. आकाश सिंह (बड़ौदा): डायबिटीज मरीजों में हृदय रोग का जोखिम अधिक।
डॉ. स्वाति श्रीवास्तव: हाइपरटेंशन की 2025 गाइडलाइन्स पर जागरूकता।
डॉ. रघुबीर सिंह (लुधियाना): डायबिटीज मरीजों की किडनी स्क्रीनिंग की आवश्यकता।
डॉ. संजय राजपाल (सेंचुरियन यूनिवर्सिटी): हेल्थ टेक्नोलॉजी से रोगी खुद को बेहतर ढंग से मैनेज कर पा रहे हैं।
डॉ. रमाकांत पाडी (बैंगलोर): गंभीर डायबिटीज रोगी की 24 घंटे होम केयर।
डॉ. सुधीर भंडारी (JNU मेडिकल कॉलेज): ओबेसिटी मैनेजमेंट और जीवन की गुणवत्ता पर बल।
डॉक्टरों का हुआ सम्मान
मुख्य अतिथि देवनानी ने डायबिटीज चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 50 से अधिक डॉक्टरों को सम्मानित किया, जिनमें प्रमुख नाम शामिल हैं:
डॉ. कमलाकर त्रिपाठी, डॉ. सुधीर भंडारी, डॉ. एसके अरोड़ा, डॉ. अशोक स्वरूप, डॉ. अनिल सामरिया, डॉ. ज्योत्सना रंगा, डॉ. एपीएस सूरी, डॉ. अनिल भटनागर, डॉ. एसएन माहेश्वरी, डॉ. रंजन राय, और डॉ. सुरेश जयसिंहानी सहित अन्य चिकित्सक शामिल हैं।
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(Udaipur Kiran) / संतोष
