
नई दिल्ली, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को कहा कि कांवड़ यात्रा आस्था का वह पावन संगम है, जो दिल्ली की सड़कों को तीर्थ बना देती है। यह परंपरा हमारे जीवंत सांस्कृतिक संस्कारों की प्रतीक है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि इस यात्रा को सहज, सुलभ, सम्मानजनक और भव्य बनाने का अवसर दिल्ली सरकार को प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने सावन के पहले सोमवार पर सभी शिवभक्तों को मंगलकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भोलेनाथ की कृपा से हर घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास हो।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को कांवड़ शिविरों की व्यवस्था परखने के लिए उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की थी। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि इस बार दिल्ली के लोगों में कांवड़ियों के स्वागत का विशेष सेवा भाव है, इसीलिए इस बार शिविर लगाने के लिए 374 आवेदन मिले हैं। इस बार दिल्ली सरकार ने व्यवस्था को पारदर्शी बनाया और एक सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से अनुमति प्रक्रिया को सरल और तेज कर दिया। अब किसी संस्था को अलग-अलग एजेंसियों के चक्कर नहीं काटने पड़े और सभी को मात्र 48 से 70 घंटों में अनुमति मिल गई।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि सरकार ने इस वर्ष शिविरों को बिजली आपूर्ति के लिए 1200 यूनिट तक निशुल्क सुविधा दी है। इसके अलावा, टॉयलेट्स की पूरी व्यवस्था सरकार स्वयं कर रही है, जिसमें 24 घंटे तैनात सफाईकर्मी भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे कांवड़ शिविरों में स्वच्छता और सुविधा का नया मानदंड स्थापित होगा। इसके अतिरिक्त शिविरों में स्वास्थ्य टीमें तैनात की गई हैं, जो पास के अस्पतालों से समन्वय बनाकर सेवाएं देंगी। साथ ही यातायात पुलिस और दिल्ली नगर निगम द्वारा सभी व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि इस बार कांवड़िये जब दिल्ली में प्रवेश करेंगे तो उन्हें अलग ही नजारा मिलेगा। उनकी सेवा के लिए सरकार और दिल्ली के लोग पलक-पांवड़े बिछाए बैठे हैं।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
