
कठुआ/जसरोटा 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । जसरोटा विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजीव जसरोटिया ने शनिवार को जिला कृषि कार्यालय कठुआ में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए पूंजीगत व्यय, समग्र कृषि विकास कार्यक्रम, केंद्र प्रायोजित योजनाओं और नाबार्ड के अंतर्गत निधि उपयोग की प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश में उर्वरक और कीटनाशक लाइसेंस जारी करने की स्थिति का आकलन करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।
जिला कठुआ के मुख्य कृषि अधिकारी ने योजना कार्यान्वयन, सामने आई चुनौतियों और लंबित गतिविधियों में तेजी लाने के लिए रणनीतिक उपायों पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। जसरोटिया ने इन योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर तक पहुँचाने के लिए समय पर क्रियान्वयन, निधि का इष्टतम उपयोग और बेहतर अंतर-विभागीय समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया। जसरोटिया ने एचएडीपी के अंतर्गत हुई प्रगति की समीक्षा की, जो टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने और किसानों की आजीविका में सुधार लाने में सहायक रही है। उन्होंने कहा कि एचएडीपी, केंद्रीय कौशल विकास योजना और कैपेक्स परियोजनाओं के अंतर्गत व्यय को जसरोटा निर्वाचन क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे के विकास के समग्र लक्ष्य के अनुरूप सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने सीएसएस परियोजनाओं, कृषि समृद्धि योजना पर भी विस्तृत चर्चा की, जिसमें पीएमकेएसवाई, पीडीएमसी, एसएमएएम, आरएडी, आरकेवीवाई, पीकेवीवाई, एटीएमए, एनएफएसएम जैसी प्रमुख प्रमुख योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिनका उद्देश्य ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर जसरोटिया ने कठुआ जिले में सटीक सब्जी और फूलों की खेती में उद्यमिता के लिए एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने, मधुमक्खी पालन बीमा कवरेज में तेजी लाने, केएसओटी ऐप के माध्यम से कठुआ जिला इकाई ट्रैकिंग को पूरा करने को प्राथमिकता देने और कठुआ जिले के किसानों के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन यात्राओं के लिए एक व्यापक कैलेंडर विकसित करने का सुझाव दिया। जसरोटिया ने उर्वरक और कीटनाशक लाइसेंसिंग संबंधी समस्याओं, खासकर कृषि उद्यमियों के सामने आने वाली समस्याओं को हल करने, जिला-स्तरीय प्रवर्तन शाखाओं को मजबूत करने, उर्वरकों की आवाजाही पर जीपीएस-आधारित ट्रैकिंग सुनिश्चित करने और कीटनाशक निर्माताओं और खुदरा विक्रेताओं की नियमित निगरानी बढ़ाने पर भी जोर दिया। जसरोटिया ने किसानों के बीच विभिन्न योजनाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया कि वे इन पहलों का लाभ उठा सकें। बैठक में जसरोटा निर्वाचन क्षेत्र में वर्तमान में चल रही योजनाओं पर चर्चा की गई। बैठक का समापन एक समयबद्ध कार्ययोजना तैयार करने के साथ हुआ, जिसका उद्देश्य परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाना और जसरोटा निर्वाचन क्षेत्र में कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना था।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
