

अशोकनगर,12 जुलाई (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश का जिला अशोकनगर फर्जी कारनामों का केन्द्र बन चुका है, यहां चाहे फर्जी एफआईआर का मामला हो अथवा फर्जी जाति प्रमाण पत्र का। अब यहां के कलेक्टर और एसपी की सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बन चुकी हैं। आरोपों के मुताबिक जो यहां कुछ नेता हों, नौकरशाह हों फर्जी कारनामों को लेकर प्रदेश भर में सुर्खियों में रहे हैं।
दरअसल, अब गजब तो ये हो गया कि यहां के कलेक्टर और एसपी के नाम की ही सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बन गई। जिनकी फ्रेंड रिक्वेस्ट पत्रकारों के पास पहुंची तो उन्होंने जांचा-परखा तो आईडी फर्जी पाई गई।
कलेक्टर आदित्य सिंह के फोटो के साथ आदित्य सिंह आईएएस एवं एसपी विनीत जैन के फोटो के साथ विनीत कुमार जैन आईपीएस के नाम से पत्रकारों के पास जब फ्रेंड रिक्वेस्ट पहुंची तो आश्चर्य हुआ। इस संबंध में कलेक्टर आदित्य सिंह का कहना कि फेक आईडी है सायबर में रिपोर्ट की गई है।
हैरत की बात तो ये है कि यहां के कलेक्टर और एसपी के नाम से अगर फर्जी आईडी बन सकती है तो सायवर अपराधी किस कदर बेखौफ हैं। इस संबंध में सायबर सेल इंचार्ज संजय गुप्ता से जानकारी चाही तो जानकारी नहीं मिल सकी। पर देखना है इस तरह की फर्जी आईडी बनाने के गुनहगार कौन सामने आते हैं।
फर्जी मामलों से सुर्खियों में रहता है जिला
अगर इस तरह सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी मामले से हट कर देखें तो फिर भी यह जिला फर्जी कारनामों से प्रदेश भर में सुर्खियों में तो रहता ही है। अभी हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के विरुद्ध दर्ज हुई एफआईआर मामले में पुलिस प्रशासन पर फर्जी एफआईआर दर्ज करने के आरोप लगे, परिणाम स्वरूप पूरी प्रदेश कांग्रेस को यहां आकर गिरफ्तारियां देना पड़ीं। तब फर्जी एफआईआर का मामला प्रदेश में सुर्खियां बना।
इस से पूर्व यहां के तत्कालीन विधायक के तीन अलग-अलग चुनावों में सामान्य, ओबीसी, एससी सभी अलग-अलग आरक्षित सीट से चुनाव लडऩे के फर्जी जाति प्रमाण-पत्र का फर्जीबाड़ा प्रदेश में सुर्खियां बना। इस तरह मध्य प्रदेश का अशोकनगर जिला फर्जीबाड़े का केन्द्र बन समय-समय पर सामने आता रहा है।
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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार
