श्रीनगर, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । कैबिनेट मंत्री सकीना इटू ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग 2014 में शुरू हुई भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार के दौरान लिए गए फैसलों के परिणाम आज भी भुगत रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो लोग विशेष दर्जा और राज्य का दर्जा मिलने पर अक्सर शेख मोहम्मद अब्दुल्ला का नाम लेते थे वह अब लोगों के संकट में होने पर चुप हैं। उन्होंने कहा कि वह तब बहुत बातें करते थे लेकिन आज जब लोग परेशान हैं तो वह कहीं नहीं हैं। इटू ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस यहाँ सिर्फ़ बोलने के लिए नहीं है, उन्हें लोगों और आस्था ने ज़िम्मेदारी दी है।
उन्होंने कहा कि हम अपने लोगों के अधिकारों के लिए काम कर रहे हैं चाहे वह ज़मीन, रोज़गार, राज्य का दर्जा या विशेष दर्जा हो। यह हमारा कर्तव्य है। उन्होंने आगे कहा कि वर्षों से हुए नुकसान की भरपाई रातोंरात नहीं हो जाएगी लेकिन पार्टी इससे निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। इटू ने आगे कहा कि जिन लोगों ने हमें इस मुकाम तक पहुँचाया उनके पास अब देने के लिए कुछ भी सार्थक नहीं है। लोग पहले ही उनसे दूर हो चुके हैं। यहाँ तक कि उनके अपने नेता भी समर्थन नहीं जुटा पाए-यह बहुत कुछ कहता है।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
