
नई दिल्ली, 10 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री ने दिल्ली में बुधवार को तेज बारिश के बाद विभिन्न इलाकों में हुए जलभराव पर नाराजगी और चिंता व्यक्त की है। उन्होंने गुरुवार को संबंधित विभाग के अधिकारियों को जलभराव रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के सख्त निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने मिंटो रोड व आईटीओ चौराहे पर इस बार बारिश में जलभराव नहीं होने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को मिंटो रोड व आईटीओ चौराहे जैसी कार्यकुशलता पूरी दिल्ली में दिखानी होगी।
जलभराव व उससे उपजी परेशानी के निदान के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोक निर्माण विभाग के (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश साहिब के साथ पीडब्ल्यूडी, सिंचाई-बाढ़ नियंत्रण विभाग व जलभराव के निपटारे से जुड़े विभागों के आला अधिकारियों के साथ गुरुवार को सचिवालय में विशेष बैठक कीं।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि जलभराव के मसले में किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को बारिश के दौरान तुंरत व प्रभावी उपाय करने होंगे, ताकि जलभराव से उपजी परेशानियों पर समय रहते काबू पाया जा सके।
उन्होंने निर्देश दिए कि सड़कों के किनारे बनी उन नालियों की तुरंत और निरंतर जांच करें, जिनसे पानी निकलकर सड़क का जलभराव खत्म करता है। जहां भी वे बंद या अवरुद्ध हों, वहां उन्हें तुरंत साफ करवाया जाए। उन्होंने छोटे नालों व नालियों की सफाई पर विशेष जोर देते हुए कहा कि पानी के निर्बाध प्रवाह को सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए।
उन्होंने कचरा प्रबंधन को लेकर भी स्पष्ट निर्देश दिए और कहा सड़क किनारे, गलियों और नालों में पड़ा कूड़ा-कचरा जलभराव की स्थिति पैदा करता है। इन्हें लगातार हटाया जाए तो जलभराव पर प्रभावी रोक लगाई जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने अफसरों को यह भी निर्देश दिए कि मानसून के दौरान जिन दिनों बारिश के आसार नहीं होते हैं, उन दिनों में भी वरिष्ठ अधिकारी उन स्थलों का दौरा करें, जहां जलभराव की समस्या रहती है। वे इन इलाकों की सफाई करवाएं, वहां पानी की निकासी की जांच करें और उन बाधाओं को दूर करें जो जलभराव का कारण बन सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने आला अफसरों को यह भी निर्देश दिए कि वे फील्ड स्टाफ की ड्यूटी और जवाबदेही तय करें, ताकि जलभराव के कारणों के साथ-साथ जवाबदेही भी तय की जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जलभराव रोकने के लिए विभागों को 24×7 निगरानी रखनी होगी। उन्होंने अफसरों को यह भी निर्देश दि कि इस मामलें में संबंधित विभागों का आपसी समन्वय बहुत जरूरी है, ताकि सभी विभाग जलभराव से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास करें और इस समस्या को समय पर कंट्रोल कर लें। उन्होंने कहा कि बहुत अधिक बारिश की वजह से अगर जलभराव होता भी है तो उसे जल्द से जल्द क्लियर करने के उपाय कर दिए जाने चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
