
कानपुर, 10 जुलाई (Udaipur Kiran) । बीते सोमवार को बाबूपुरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत ऑटो सवार अध्यापक के साथ लूट करने वाले तीन शातिर आरोपितों को पुलिस ने धर दबोचा है। पकड़े गए लुटेरों के पास से लूटा हुआ एक मोबाइल, घटना में प्रयुक्त ऑटो और 1150 रुपए नकद बरामद हुए हैं। गिरोह से जुड़ा चौथा आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। यह जानकारी गुरुवार को डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने दी।
मूल रूप से नयापुरवा थाना हथगांव जनपद फतेहपुर के रहने वाले अध्यापक योगेंद्र प्रताप सिंह कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती रिश्तेदार को देखने पहुंचे थे। यहां से वापस जाने के दौरान टाटमील से रामादेवी जाने के लिए एक ऑटो में बैठ गए। जिसमें पहले से ही दो लड़के बैठे थे। ऑटो चालक द्वारा ऑटो को रामादेवी की तरफ न जाकर बाबूपुरवा की तरफ चलने लगा। जिस पर पीड़ित ने कारण पूछा तो उसने बताया कि इन दोनों सवारियों को वही उतार कर आपको रामादेवी छोड़ देंगे।
लोको शेड पहुंचते ही लुटेरों ने ऑटो रोक दिया और फिर पीड़ित के साथ लूटपाट करते हुए छह हजार रुपये नकद और दो मोबाइल लूटकर फरार हो गए। पीड़ित आरोपितों के खिलाफ बाबूपुरवा थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने लुटेरों की तलाश में ऑपरेशन त्रिनेत्र के अंतर्गत लगवाए गए करीब तीन दर्जन कैमरों को खंगालते हुए आरोपितों की पहचान करते हुए तीन आरोपितों इजहार अली उर्फ लाला उर्फ फैज़ल, आरिफ उर्फ बाबू और मोहम्मद दानिश को गिरफ्तार कर लिया। तीनों ही शातिर बाबूपुरवा के रहने वाले हैं। जबकि चौथा आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जिसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस उपायुक्त दक्षिण दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि पकड़े गए लुटेरे इजहार अली पर पर पूर्व में छह और आरिफ के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं। तीसरे लूटरे का बैकग्राउण्ड चेक किया जा रहा है। जबकि चौथे आरोपित की तलाश की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
