कोलकाता, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) ।सिंगुर आंदोलन के दौरान टाटा समूह और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच उपजा तनाव अब बीते दिनों की बात हो गई है। बुधवार को टाटा सन्स और टाटा समूह के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने नवान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। यह बैठक लगभग एक घंटे तक चली जिसमें बंगाल में औद्योगिक विकास और निवेश की संभावनाओं पर गंभीर चर्चा हुई।
सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में टाटा समूह के निवेश को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। जिस तरह से मुख्यमंत्री ने टाटा सन्स के चेयरमैन का स्वागत किया, उससे यह संकेत स्पष्ट है कि सिंगुर को लेकर हुआ पुराना विवाद अब पीछे छूट चुका है।
गौरतलब है कि वाम मोर्चा शासन के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने सिंगुर में टाटा की नैनो कार परियोजना के लिए रतन टाटा को आमंत्रित किया था। लेकिन जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसानों के आंदोलन ने उस परियोजना को पटरी से उतार दिया। ममता बनर्जी ने ‘जमिन बचाओ’ आंदोलन का नेतृत्व करते हुए गरीब किसानों के अधिकार के लिए आवाज बुलंद की थी। इस आंदोलन के बाद टाटा समूह को नैनो परियोजना बंगाल से हटाकर गुजरात स्थानांतरित करनी पड़ी थी।
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(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
