स्कूल के लिए फंड जुटाएंगी कमेटियां, समाजसेवियों का लेंगी सहयोग
चंडीगढ़, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) । हरियाणा के सरकारी स्कूलों में स्कूल मैनेजमेंट कमेटियों (एसएमसी) के गठन का रास्ता साफ हो गया है। स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से इस संदर्भ में बुधवार को सभी जिला शिक्षा, मौलिक शिक्षा व खंड शिक्षा अधिकारियों, खंड संसाधन समन्वयकों तथा स्कूल मुखियाओं को लिखित में हिदायतें जारी की हैं। इन समितियों का कार्यकाल दो वर्ष के लिए होगा। स्कूल निदेशालय की ओर से भेजे गए पत्र में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि स्कूलों के विकास से संबंधित सभी निर्णय एसएमसी ही लेगी।
विभाग के अनुसार बच्चों को निशुल्क शिक्षा एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के तहत ये कमेटियां गठित की जाएंगी। कमेटियों के गठन का सबसे बड़ा मकसद यह भी है कि स्कूल प्रबंधन में अभिभावकों व शिक्षकों की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। सरकार व अन्य स्रोतों से प्राप्त विद्यालय अनुदानों, सुविधाओं के उपयोग के निर्णय, कार्यान्वयन व अनुश्रवण के लिए अभिभावक-शिक्षक समुदाय को सशक्त करने में ये कमेटियां अहम भूमिका निभाएंगी। अहम बात यह है कि स्कूलों में होने वाले विकास कार्यों के अलावा विभिन्न प्रकार की स्वीकृति से जुड़े कार्य भी समितियों की मंजूरी से होंगे। इनमें स्कूल भवन, उपकरण व अन्य शैक्षिक सुविधाएं भी शामिल रहेंगी। समितियों की भी यह जिम्मेदारी होगी कि वे समाजसेवियों, विभिन्न संगठनों के अलावा सीएसआर से फंड जुटाएं ताकि सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को और भी बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकें। एसएमसी के दो पार्ट होंगे। पहले में स्कूल प्रबंधन समिति की आम सभा होगी और दूसरे में स्कूल प्रबंधन समिति की कार्यकारिणी होगी।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
