
मंडी, 09 जुलाई (Udaipur Kiran) । सरदार पटेल विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की चौथी बैठक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी कुलपति की अध्यक्षता में हुई। बैठक हाइब्रिड मोड में हुई जिसमें परिषद के सभी सदस्यों ने भाग लिया। परिषद में अनुमोदित मुख्य एजेंडा आइटम छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति एनईपी 2020 में निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुरूप एक साथ दो डिग्री-डिप्लोमा कार्यक्रम करने की अनुमति देना था।
विवरण देते हुए प्रो. ललित अवस्थी ने कहा कि एक छात्र एक ही विश्वविद्यालय से या यूजीसी, वैधानिक परिषद, राज्य सरकारों, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विभिन्न विश्वविद्यालयों, संस्थानों से दो शैक्षणिक कार्यक्रम, एक पूर्णकालिक भौतिक मोड में और दूसरा ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग,ऑनलाइन मोड में कर सकता है।
प्रो. अवस्थी ने कहा कि विद्यार्थी को एक कार्यक्रम में अर्जित क्रेडिट का उपयोग दूसरे कार्यक्रम की आवश्यकता को पूरा करने के लिए करने की अनुमति नहीं होगी तथा दोनों कार्यक्रम स्वतंत्र होंगे तथा परीक्षा की शर्तें अलग-अलग पूरी करनी होंगी।
कुलपति ने कहा कि एक साथ दो डिग्री/डिप्लोमा पूरा करने का यह प्रावधान बहुविषयक और लचीले शिक्षण मार्गों को बढ़ावा देगा तथा इसके कार्यान्वयन से विद्यार्थियों को अपने शैक्षणिक पोर्टफोलियो का विस्तार करने का अवसर मिलेगा। स्वीकृत अन्य प्रमुख एजेंडा आइटम एसपीयू मंडी में प्रत्येक विभाग में एक अतिरिक्त सीट बनाना था, जिसमें एसपीयू मंडी से संबद्ध कॉलेजों के सेवारत शिक्षकों के लिए पीएचडी पाठ्यक्रम की पेशकश की जा रही है।
परिषद की बैठक में अनुमोदित अन्य एजेंडा आइटमों में एमएससी भौतिकी और बीएससी-एमएससी भौतिकी में एकीकृत पाठ्यक्रम के लिए योजना और पाठ्यक्रम को मंजूरी देना शामिल था। यूजीसी पीएचडी विनियमन 2022 को भी चौथी अकादमिक परिषद की बैठक में औपचारिक रूप से अपनाया गया।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
