

सोनीपत, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) । सोनीपत नगर निगम में प्रॉपर्टी आईडी से जुड़ी गड़बड़ियों की
बढ़ती शिकायतों को देखते हुए प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। नगर निगम आयुक्त हर्षित
कुमार के बुधवार को निर्देश पर भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई
है। उनका कहना है कि नागरिकों के अधिकारों से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
हाल ही में जांच के बाद क्लर्क सुनील हुड्डा और सोनू पर किसी
व्यक्ति की प्रॉपर्टी आईडी को जानबूझकर गलत नाम पर दर्ज करने के आरोप में चार्जशीट
दाखिल की गई है। वहीं, क्लर्क अजय पर आईडी सुधारने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप लगा
है, जिस पर कारण बताओ नोटिस जारी कर उसे तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया गया
है। इससे पहले, जून माह में क्लर्क हरिओम को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे
हाथों पकड़ा गया था। वायरल वीडियो के आधार पर जांच कर उसे निलंबित कर दिया गया।
कमिश्नर ने पहले ही सभी क्लर्कों के तबादले कर दिए थे, बावजूद
इसके कुछ कर्मचारी दलालों से मिलकर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे थे। शिकायतों में यह
भी सामने आया कि बिना दस्तावेजों की जांच के फर्जी फाइलें पास की गईं और संपत्ति दूसरे
के नाम चढ़ाई गई। आईडी में सुधार के नाम पर बार-बार ऑब्जेक्शन लगाकर लोगों को मानसिक
रूप से परेशान किया जाता है ताकि वे रिश्वत देने को मजबूर हों।
मेयर राजीवन जैन के कहने पर प्रशासन ने अब विशेष कैंप लगाकर
नागरिकों की समस्याएं हल करने का प्रयास तेज किया है। हेल्प डेस्क स्थापित की गई है,
जहां ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत निःशुल्क सुधार किए जा रहे हैं। अधिकारियों की निगरानी
में यह प्रक्रिया 2 से 15 दिनों में पूरी की जाती है। निगम ने यह स्पष्ट कर दिया है
कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति लागू
की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
