
चित्तौड़गढ़, 8 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में राजनीति क्षेत्र के दो दिग्गज नेताओं में जुबानी जंग तेज हो गई है। निंबाहेड़ा में प्रेमचंद गायरी की मौत के मामले में पूर्व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी को दो टूक जवाब दिया है। आंजना ने प्रदेश एवं जिले में कानून व्यवस्था पर तो सवाल उठाया ही है साथ ही कृपलानी को भी सलाह देते हुवे कहा कि मैं 40 साल से राजनीति कर रहा हूं, मुझे उनसे राय लेने की कोई जरूरत नहीं हैं।
चित्तौड़गढ़ शहर के निकट बजरी विवाद में युवक की हत्या तथा निंबाहेड़ा में प्रेमचंद गायरी की संदिग्ध मौत के मामले में कांग्रेस नेताओं ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मीडिया से बातचीत में आंजना ने कहा कि कृपलानी के बयान के जवाब में कहा कि मैं पिछले 40 साल से राजनीति कर रहा हूं। राजनीति में मुझे उनसे कुछ भी सीखने के लिए ज्ञान नहीं ले रहा हूं। हमने जो मांग उठाई है उसका जवाब श्रीचंद कृपलानी दें। आंजना ने कहा कि राजनीति नहीं करूं तो घर बैठ जाऊं। मैं घर बैठ जाऊं तो उनको (कृपलानी) फ्री हैंड मिल जाएगा ना। मैं उनको फ्री हैंड नहीं मिलने दूंगा ना ही आराम से नहीं रहने दूंगा। राजनीति तो करने के लिए ही मैं आया हूं। मैंने काम और धंधा छोड़ रखा है। राजनीति करूंगा इसमें कोई दो राय नहीं है। मुझे उनसे राय लेने की कोई जरूरत नहीं है।
केवल पैसा कमाने में लगे अधिकारी व जनप्रतिनिधि
आंजना ने बड़ा आरोप लगाते हुवे कहा कि बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है जिस परिवार के साथ अन्याय हो जाए, जिस परिवार का बेटा मर जाए उसे समाज के लोग एकत्रित होकर धरना देना पड़े। जब कार्रवाई नहीं हो ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति इससे पहले राजस्थान में कभी नहीं हुई। यह डेढ़ साल की भारतीय जनता पार्टी व पुलिस प्रशासन की उपलब्धि है। पुलिस एवं यहां के निर्वाचित जनप्रतिनिधि केवल पैसा कमाने में लगे हैं। इसके अलावा उनका जनता से कोई लेना-देना नहीं, चाहे करने वाले मरते रहो। आंजना ने चित्तौड़गढ़ जिले के अवाम से आग्रह किया कि अगर इस प्रकार की घटना हो तो सर्व समाज को आकर पीड़ित के हित में बोलना चाहिए। तब जाकर चित्तौड़ की शांति बच सकती है। अन्यथा इस तरह के तमाशे दिन-ब-दिन बढ़ते ही जाएंगे। गाडरी समाज के लिए निंबाहेड़ा में दो बार धरना हम दे चुके हैं। पुलिस के अनुसंधान अधिकारी ने पूरी तरह से जांच नहीं की। हत्या सरीखे के मामले में भी पुलिस एवं सरकार सीरियस नहीं लेंगे तो थप्पड़ मार तो रोज ही होती रहेगी। बाजार के अंदर वसूली, दादागिरी गुंडागर्दी सब कुछ और बढ़ेंगे। हत्या में भी कुछ नहीं हुआ तो इससे डर के रहना पड़ेगा। यह सभी में डर बिठाना चाहते हैं कि इस प्रकार रहे, जिससे हमारे खिलाफ कोई बोले नहीं। हम चाहे कुछ भी करें कितना ही अन्याय करें भ्रष्टाचार कर ले। कोई हमारे खिलाफ नहीं बोले यह डर बिठाने के लिए शायद पुलिस को भी काम नहीं करने दे रहे हैं। प्रेशर की वजह से पुलिस काम नहीं करना चाहती।
सीएम के प्रोग्राम को लेकर समाज ही करेगा निर्णय
इधर, आंजना ने आगामी दिनों में निंबाहेड़ा में सीएम के प्रस्तावित के दौरान समाज के प्रदर्शन को लेकर किए सवाल पर भी जवाब दिया हैं। आंजना ने कहा कि समाज के लोगों से इस बारे में पूछा जा सकता है की मुख्यमंत्री का प्रोग्राम कैंसिल होगा कि समाज का कार्यक्रम। दोनों ही समाज इसमें पीड़ित है और दोनों ही समाज के लोग मांग कर रहे हैं। दोनों ही समाज के लोग पीड़ित भी है तथा आक्रोश भी है। एक मामले में धारा 302 में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। एक में धारा 302 में मुकदमा दर्ज हुआ तो गिरफ्तार नहीं हुए हैं। लोकतंत्र में प्रदर्शन कर के सरकार का भी ध्यान आकर्षित किया जाता है।उम्मीद करते हैं कि निंबाहेड़ा वाले मामले में जो अनुसंधान अधिकारी बदला है वह सही अनुसंधान करेगा।
दोनों मामलों में सौंपा ज्ञापन
इधर, चित्तौड़गढ़ के अजयराज सिंह हत्याकांड व निंबाहेड़ा में हुई मौत के मामले में कांग्रेस नेताओं ने अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रभा गौतम को ज्ञापन सौंपा। इन दोनों ही मामलों में निष्पक्ष कार्यवाही की मांग की। साथ ही फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई। इस दौरान पूर्व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, पूर्व राज्य मंत्री सुरेंद्रसिंह जाड़ावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भैरूलाल चौधरी, प्रमोद सिसोदिया, अरुण कंडारा, रवि सोनी, सहित कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
