
प्रयागराज, 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यालय भर्ती ज़ोन, लखनऊ के उपमहानिदेशक भर्ती, ब्रिगेडियर स्वर्ण सिंह, वीएसएम ने आज प्रयागराज में आयोजित ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन केंद्रों का निरीक्षण किया। भारतीय सेना की तकनीक-संवलित और निष्पक्ष भर्ती प्रणाली के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता के अंतर्गत, उन्होंने सल्लाहापुर और झूंसी में संचालित ऑनलाइन परीक्षा की प्रक्रिया का आंकलन किया।
यह ऑनलाइन सीईई परीक्षा 30 जून से 10 जुलाई तक पूरे भारत में आयोजित की जा रही है। इसे भारतीय सेना के रिक्रूटिंग निदेशालय के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। दो वर्ष पहले शुरू की गई इस डिजिटल प्रणाली ने सेना की भर्ती प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव लाते हुए इसे अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष और सुगम बनाया है, जिससे हर वर्ग के उम्मीदवारों को समान अवसर मिल सके।
यह जानकारी विंग कमांडर एवं जनसम्पर्क अधिकारी देबर्थो धर ने देते हुए बताया कि निरीक्षण के दौरान ब्रिगेडियर स्वर्ण सिंह ने दोनों केंद्रों की संचालन व्यवस्था का व्यापक निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा मानकों, प्रोटोकॉल अनुपालन और उम्मीदवारों के सत्यापन प्रणाली की बारीकी से जांच की। बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण, सीसीटीवी निगरानी, परीक्षा कक्ष की व्यवस्था, उम्मीदवारों की हैंडलिंग और डिजिटल निगरानी तंत्र जैसे अहम पहलुओं का मूल्यांकन किया, ताकि सेना द्वारा निर्धारित कठोर मानकों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
इस अवसर पर उन्होंने परीक्षा में उपस्थित उम्मीदवारों से सीधे संवाद भी किया। उन्होंने छात्रों से ऑनलाइन परीक्षा के अनुभव, प्रश्नपत्र की कठिनाई स्तर और किसी प्रकार की तकनीकी या लॉजिस्टिक समस्या के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस संवाद से परीक्षा की पहुंच और निष्पादन के बारे में मूल्यवान फीडबैक प्राप्त हुआ।
उम्मीदवारों ने नए ऑनलाइन प्रणाली की सुविधा और पारदर्शिता की सराहना की। कई ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के छात्रों ने बताया कि यह प्रक्रिया उनके लिए भर्ती के अवसरों तक पहुंच को सरल और सहज बनाने में मददगार रही है और इससे धोखाधड़ी और अनुचित लाभ की संभावनाएं भी न्यूनतम हुई हैं।
पीआरओ ने बताया कि निरीक्षण के दौरान भ्रष्टाचार और दलाली के खिलाफ सेना की सख्त नीति पर भी विशेष जोर दिया गया। ब्रिगेडियर स्वर्ण सिंह की यह यात्रा प्रशासनिक पारदर्शिता, प्रणालीगत ईमानदारी और उम्मीदवार-केंद्रित नीति का सशक्त संदेश लेकर आई। उनकी सीधी भागीदारी से न केवल भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता और पारदर्शिता को बल मिला, बल्कि सेना की उच्च आचार संहिता के प्रति प्रतिबद्धता को भी दोहराया गया। ऑनलाइन सीईई 2025 देश भर में आगे बढ़ रही है। भारतीय सेना का स्पष्ट उद्देश्य देश के सभी कोनों से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को जोड़ना, और उन्हें सम्मान, अवसर और पारदर्शिता से परिभाषित एक मंच प्रदान करना है।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
