
नैनीताल, 7 जुलाई (Udaipur Kiran) । कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल और जापान के जापान एडवांस्ड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (जेएआईएसटी) के मध्य छात्र विनिमय कार्यक्रम को लेकर ऐतिहासिक सहमति बनी है। इस पहल के तहत दोनों संस्थानों के बीच उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में सहयोग को सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कार्य आरंभ किया गया है।
इस क्रम में सोमवार को कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत के नेतृत्व में जेएआईएसटी जापान के प्रो. काजुआकी मात्सुमुरा और विश्वविद्यालय की शैक्षणिक टीम के बीच एक ऑनलाइन बैठक हुई। बैठक में प्रस्तावित कार्यक्रम की रूपरेखा, क्रियान्वयन योजना व भावी रणनीति पर विस्तार से विचार करते हुए सहमति बनी कि जेएआईएसटी के उपाध्यक्ष के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल दिसंबर में कुमाऊं विश्वविद्यालय का दौरा करेगा। कुलपति प्रो. रावत ने कहा कि कार्यक्रम के प्रथम चरण में विश्वविद्यालय के परिसरों से 2 से 3 स्नातक विद्यार्थियों को तीन माह के लिए जेएआईएसटी जापान भेजा जाएगा। जहां वे वहां के वैज्ञानिकों व संकाय सदस्यों के मार्गदर्शन में कार्य करेंगे। यह अनुभव विद्यार्थियों को भविष्य में स्नातकोत्तर व पीएचडी अध्ययन के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा और पारस्परिक समझ व शोध साझेदारी को नई दिशा देगा।
बैठक में यह भी सहमति बनी कि आगामी वर्षों में इस कार्यक्रम का विस्तार कंप्यूटर विज्ञान, ललित कला और अन्य विषयों तक भी किया जाएगा। इसके लिए आगामी चरणों की रूपरेखा तैयार कर प्रस्ताव विश्वविद्यालय की शैक्षणिक परिषद में अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किया जाएगा।
बैठक में कुलपति प्रो. रावत, प्रो. काजुआकी मात्सुमुरा, अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. नंदगोपाल साहू, विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो. चित्रा पांडे, कुलसचिव डॉ. मंगल सिंह मंद्रवाल, बायोमेडिकल संकाय के अधिष्ठाता डॉ. महेंद्र राणा, डॉ. दीपक आर्य व डॉ. अनीता आर्य भी सम्मिलित हुए।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
