
चातुर्मास व्रत के दौरान मुम्बई में सम्पन्न होंगे विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान
वाराणसी, 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती सोमवार को वाराणसी से मुम्बई के लिए रवाना हो गए। वे वहां अपना 23वां चातुर्मास व्रत अनुष्ठान पूर्ण करेंगे। इसके पूर्व उन्होंने केदारघाट स्थित श्री विद्या मठ में मनुस्मृति पर दिए गए विशेष व्याख्यान का समापन किया। शंकराचार्य के प्रस्थान के दौरान भक्तों और संतों ने श्रद्धा भाव से उनका स्वागत किया। बाबतपुर एयरपोर्ट की ओर प्रस्थान करते समय मार्ग में काशीवासियों ने पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया और जयघोष लगाए। श्रद्धालुओं की प्रार्थना पर वे पालकी पर भी विराजमान हुए और कुछ दूरी तक यात्रा की।
आतंकी हमले से आहत होकर स्थगित किए थे कार्यक्रम
श्री विद्या मठ के प्रवक्ता संजय पाण्डेय ने जानकारी दी कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 श्रद्धालुओं की मृत्यु से शंकराचार्य महाराज अत्यंत मर्माहत हुए थे। इस कारण उन्होंने अपने समस्त कार्यक्रम दो माह के लिए स्थगित कर दिए और काशी प्रवास के दौरान मनुस्मृति पर व्यापक व्याख्यान दिए, जिनमें इसके महत्व और उससे जुड़ी भ्रांतियों का निराकरण किया गया।
मुम्बई में होगा भव्य चातुर्मास अनुष्ठान
संजय पाण्डेय ने बताया कि मुम्बई में आयोजित चातुर्मास व्रत के अंतर्गत विविध धार्मिक आयोजन होंगे। इसका शुभारंभ 9 जुलाई को दोपहर 3 बजे वझिरा गणेश मंदिर, बोरीवली से एक दिव्य भव्य कलश यात्रा एवं शोभायात्रा से होगा, जिसमें देशभर से श्रद्धालु और संत भाग लेंगे। चातुर्मास अवधि में प्रतिदिन प्रातः काल 108 विशेष शिवलिंगों का अभिषेक किया जाएगा। इसके साथ ही वेदांत वर्ग का आयोजन, संध्या प्रवचन, पूजन-अर्चन, भजन-कीर्तन आदि अनवरत चलते रहेंगे। इस दौरान एक विशेष श्री गो प्रतिष्ठा महायज्ञ का आयोजन भी होगा, जिसमें 33 करोड़ आहुतियाँ देने का संकल्प लिया गया है। शंकराचार्य के मुम्बई प्रस्थान के अवसर पर साध्वी पूर्णाम्बा दीदी, ब्रह्मचारी परमात्मानंद, प्रभुदत्त शुक्ला, रमेश उपाध्याय, सतीश अग्रहरी, आशीष गुप्ता, किशन जायसवाल, जयफणी वर्धन, दीपेन्द्र सिंह, रामचन्द्र सिंह सहित कई श्रद्धालु एवं अनुयायी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
