जम्मू,, 6 जुलाई (Udaipur Kiran) । दक्षिण कश्मीर के डोरू इलाके में सदियों पुराना सहेलनाग झरना अचानक पूरी तरह सूख गया है, जिससे स्थानीय लोग और पर्यावरण प्रेमी दोनों ही चिंतित हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि झरने के पास हाल ही में बने बोरवेल के कारण जलस्तर नीचे चला गया, जिससे झरने का पानी पूरी तरह खत्म हो गया। इस झरने का पानी इंसानों, मवेशियों और मछलियों के लिए जीवनदायिनी धारा का काम करता था।
अब झरने की जगह पर सिर्फ सूखी और फटी हुई जमीन दिख रही है जहां दर्जनों मछलियां मर चुकी हैं और आसपास की हरियाली भी खत्म हो गई है।
स्थानीय निवासियों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर झरने को फिर से जीवित करने और ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में बोरवेल पर सख्त रोक लगाने की मांग की है।
उनका कहना है कि यह सिर्फ पर्यावरणीय संकट नहीं, बल्कि मानवीय संकट भी बन सकता है, इसलिए सरकार को तुरंत कदम उठाने चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / अश्वनी गुप्ता
