
पश्चिम चंपारण, 5 जुलाई (Udaipur Kiran) । पश्चिम चंपारण के विभिन्न प्रखंडों से आयी पशु सखियों का तीन दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण शनिवार को फ़क़ीराना सिस्टर सोसाइटी बेतिया में संपन्न हो गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य बकरी पालन से जुड़ी स्वास्थ्य, देखभाल, प्रबंधन, पोषण एवं अन्य तकनीकी जानकारियों को दोहराना और व्यवहार में लाना था।
प्रशिक्षण का संचालन आगा ख़ान फाउंडेशन के पशु चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. सरोज द्वारा किया गया। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान पशु सखियों से उनके द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की और उन्हें अपने पोषक क्षेत्र में बकरियों के वैक्सीनेशन एवं डीवॉर्मिंग लक्ष्य को समय पर पूर्ण करने का निर्देश दिया।
उन्होंने पशु सखियों से उनके कार्य के दौरान आने वाली चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा कि और व्यवहारिक समाधान भी प्रस्तुत किए। साथ ही, सुझाव दिया कि ऐसी समस्याओं पर ग्राम संगठन कि बैठक में सामूहिक रूप से चर्चा कर समाधान निकाला जाए। उन्होंने पशु सखियों को यह भी जानकारी दी कि बकरीपालक महिलाओं को समझना है कि उनके मवेशी कनेल, अरंडी धतूरा जैसे पौधे का सेवन नहीं करें, अन्यथा स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। उन्होंने पशु सखियों को बकरियों के वजन को तेज़ी से बढ़ाने के लिए दाना मिश्रण बनाने का तरकीब बताया।
साथ ही साथ उन्होंने जानकारी दी कि 100 किलोग्राम दाना मिश्रण बना कर एक किलोग्राम का पैकेट बना कर आसानी से बेचा जा सकता है और अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
प्रशिक्षण में बकरीपालन के पंचसूत्रा –आवास, स्वास्थ्य, चारा, प्रजनन एवं समुचित प्रबंधन – पर विशेष रूप से बल दिया गया। इस संदर्भ में लाइवस्टॉक मैनेजर (युवा पेशेवर – जीविका) द्वारा व्यावहारिक सत्र आयोजित किए गए, जिसमें इन सभी पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के अंत में सभी पशु सखियों ने रिफ्रेशर प्रशिक्षण को उपयोगी बताया और इस ज्ञान को अपने क्षेत्र में लागू करने का संकल्प लिया।
(Udaipur Kiran) / अमानुल हक
