
—नेत्र विभाग बीएचयू के सहयोग से वाराणसी में 10 नये विज़न सेन्टर खोलने की तैयारी,
नेत्रदान व कॉर्निंया प्रत्यारोपण में वृद्धि को लेकर बनेगी रणनीति
वाराणसी,05 जुलाई (Udaipur Kiran) । चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तीन सदस्यीय केन्द्रीय टीम के नेतृत्व में उच्च स्तरीय चिकित्सकीय एवं परामर्शदाताओं के दल ने शनिवार को नेत्र विभाग आईएमएस बीएचयू सहित अन्य चिकित्सालयों का निरीक्षण किया। राष्ट्रीय अन्धता निवारण कार्यक्रम एवं गैर संचारी रोगों के अंतर्गत दी जा रही चिकित्सकीय सेवाओं का हाल जानने पांच दिवसीय दौरे पर शहर में आई टीम ने चिकित्सालयों के कार्यो की समीक्षा भी की। यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय राय ने दी। उन्होंने बताया कि नेत्र बैंक, बीएचयू में डा.आर. पी. मौर्या के नेतृत्व में पिछले 3 वर्षों में 32 लोगों से कुल 64 कॉर्निंया प्राप्त हुई। अब तक अंधता के शिकार कुल 52 लोगों में कॉर्निंया का सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण कर नेत्र ज्योति दी जा चुकी है जिससे उनके जीवन का अंधकार मिट गया है और वे सामान्य लोगों की तरह से देख सकते हैं। केंद्रीय टीम के सुझाए गए रणनीति पर नेत्रदान एवं कार्निया प्रत्यारोपण में गति लाने के लिए नेत्र विभाग बीएचयू के सहयोग से वाराणसी में 10 नये विज़न सेन्टर खोलने की तैयारी की जा रही है। मोतियाबिंद के सभी मरीजों को चिन्हित कर निःशुल्क सर्जरी की भी बृहद योजना बनेगी।
उन्होंने बताया कि नेत्र सर्जरी में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों की उपलब्धता के साथ सपोर्ट स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण देने के लिए सभी संस्थानों से प्रस्ताव माँगा जायेगा। निःशुल्क मोतियाबिंद सर्जरी की उपलब्धता के विशेष प्रचार व प्रसार माध्यम पर भी जोर दिया जायेगा। सभी वृद्ध जनों के दृष्टि दोष को दूर करने के लिए निःशुल्क चश्मा भी वितरित किये जाने की योजना तैयार की जाएगी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इस वर्ष सभी सरकारी स्कूलों में दृष्टिदोष से ग्रसित बच्चों का भी चिकित्सकों की टीम द्वारा जाँच कर निःशुल्क चश्मा वितरित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम ने आईएमएस बीएचयू के नेत्र संस्थान व ईएनटी विभाग के साथ ही जिले के श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (मिसिरपुर), और काशी विद्यापीठ ब्लॉक के आयुष्मान आरोग्य मंदिर (माधोपुर) व सीएचसी चोलापुर का निरीक्षण किया। राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण व बधिरता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत वाराणसी में सरकारी नेत्र रोग विभाग और नाक कान गला रोग विभाग में केंद्रीय सरकार के एसएमओ प्रोग्राम इंचार्ज डा. सी.अपर्णा, टेक्निकल कंसल्टेंट डॉ राहुल पाण्डेय और मेडिकल कंसल्टेंट डॉ प्रणय शर्मा ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता जांची। प्रदेश सरकार की टीम में डा. सुनील वर्मा स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर (एन.पी.सी.बी), डा. आर.एस यादव महाप्रबंधक (एनसीडी) , अभय द्विवेदी (राज्य तकनीकी सलाहकार) , मनोज भारती, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला नोडल ऑफिसर डा. संजय राय, डॉ वाई बी पाठक शामिल रहे। मंडलीय चिकित्सालय में केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने नेत्र रोग विभाग और ईएनटी विभाग का निरीक्षण किया। इसके अलावा बहिरंग विभाग के साथ ही ऑपरेशन थिएटर को देख सर्जन और ऑप्टोमेट्रिस्ट से चर्चा कर चेकलिस्ट तैयार की गई । दल ने काशी विद्यापीठ ब्लॉक के आयुष्मान आरोग्य मंदिर (माधोपुर) का भी निरीक्षण किया। स्टाफ नर्स, सीएचओ, ए.एन.एम, पैरा मेडिकल स्टाफ और आशा कार्यकर्ताओं से बातचीत कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। केंद्रीय स्वास्थ्य टीम अपनी चेकलिस्ट के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजेंगी। निरीक्षण का उद्देश्य नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लांइडनेस एंड विजुअल इंपेयरमेंट और डेफनेस कंट्रोल के तहत अंधता व बधिरता रोकथाम सेवाओं को बेहतर करना है।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
