Madhya Pradesh

मुख्यमंत्री डॉ.यादव 10 जुलाई को उज्जैन में शामिल होंगे राज्य स्तरीय निषादराज सम्मेलन में

डायरेक्टर मत्स्य महासंघ सुश्री निधि निवेदिता के द्वारा जानकारी दी गई की प्रदेश में जलाशय एवं तालाबों के रुप में 4.42 लाख हेक्टेयर जलक्षेत्र उपलब्ध है जिसमें से 4.40 लाख हेक्टेयर मत्स्य पालन अंतर्गत लाया जा चुका है। उक्त जलक्षेत्र में मत्स्य महासंघ के 28 जलाशयों का औसत जलक्षेत्र कुल 2.31 लाख हेक्ट. सम्मिलित है, जिसके मत्स्य विकास एवं प्रबंधन का कार्य मत्स्य महासंघ द्वारा करते हुए मछुआ सहकारी समितियों के सदस्यों के माध्यम से मत्स्याखेट का कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2024-25 में इन जलाशयों एवं तालाबों से 3.81 लाख मैटिक टन मत्स्योत्पादन प्राप्त किया गया है । प्रदेश में कुल 2595 पंजीकृत मत्स्य सहकारी समितियो के 95417 सदस्यो द्वारा मत्स्य पालन का कार्य किया जा रहा है, जिसमें मत्स्य महासंघ की 220 समितियां व 15,200 मछुआ सदस्य तथा 55 महिला समितियों के 1965 सदस्य सम्मिलित हैं। प्रदेश में मत्स्य पालन के कार्यों से मछुओं को लगभग 275 लाख मानव दिवस का रोजगार श्रृजन हुआ है, जो एक सराहनीय उपलब्धि है। मत्स्य बीज उत्पादन में प्रदेश आत्मनिर्भर हो चुका है। वर्ष 2024-25 में अच्छी गुणवत्ता का 217.00 करोड मत्स्यबीज उत्पादन किया गया है। जिससे प्रदेश की आवश्यकता की पूर्ति के साथ-साथ आसपास के राज्यों के हितग्राहियों को भी मत्स्य बीज उपलब्ध कराया गया है। प्रदेश में 1.91 लाख पंजीकृत मछुओं में से 1.45 लाख मछुओं को मछुआ किसान क्रेडिट कार्ड स्वीकृत किया गया है। जिससे ग्रामीण मछुआरों द्वारा मत्स्य पालन से संबंधित गतिविधियां सुगमता से संचालित की जा रही है। उल्लेखित है कि मछुआ किसान क्रेडिट कार्ड योजना में अपना प्रदेश, देश में अंतर्देशीय राज्यों में प्रथम स्थान पर होने के साथ ही देश में द्वितीय स्थान पर है। प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना जो कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की उपयोजना है, के अंतर्गत नेशनल फिशरीज डिजीटल प्लेटफार्म (एनएफडीपी) में प्रदेश के मधुये, मत्स्य उद्यमियों, मत्स्य समितियों तथा मत्स्य पालन गतिविधियों में संलग्न 75000 व्यक्तियों का पोर्टल पर पंजीयन कराया जा चुका है।  सभागायुक्त श्री गुप्ता ने कार्यक्रम के सुचारू संपादन हेतु कलेक्टर श्री सिंह को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये ।

उज्जैन, 05 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में राष्ट्रीय मछुआ दिवस के अवसर पर 10 जुलाई को प्रात: 11 बजे से राज्य स्तरीय निषाद राज सम्मेलन एवं प्रशीक्षण का आयोजन उज्जैन के कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा 22.65 करोड़ रूपये की कुल लागत के 453 स्मार्ट फिश पार्लर, 40 करोड रूपये की कुल लागत से बन रहे अत्याधुनिक अन्डर वाटर टनल सहित एक्वापार्क और 91.80 करोड़ रूपये की कुल लागत से इंदिरा सागर जलाशय में 3060 केजेस के माध्यम से मत्स्य उत्पादन से वृद्धि एवं रोजगार सजृन का वर्चुअली भूर्मि पुजन किया जाएगा ।

इसके साथ ही कार्यक्रम में 430 मोटर साइकिल विद आइस बॉक्स का स्वीकृति एवं 100 यूनिटस का वितरण, 396 केज के स्वीकृति पत्र का प्रदाय, फ्रीड मिल के हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र का प्रदाय, उत्कृष्ट कार्य कर रहे मछुआरों एवं मत्स्य सहकारी समितियों को पुरुस्कार वितरण, मत्स्य महासंघ के मछुओं को 9.63 करोड़ के डेफेरड वेजस का. सिंगल क्लिक से डिस्ट्रब्यूशन और रायल्टी चेक का प्रदाय किया जाएगा । कार्यक्रम की तैयारि‍यों के संबंध में संभागायुक्त संजय गुप्ता और मत्स्य महासंघ की महाप्रबंधक निधि निवेदिता ने उज्जैन आकर बैठक ली। बैठक में कलेक्टर रौशन कुमार सिंह, सीईओ जिला पंचायत जयती सिंह, उपसंचालक मत्स्योद्योग सोना यादव एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे ।

इस बैठक के संबंध में शनिवार को विभाग उपसंचालक मत्स्योद्योग सोना यादव द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम के लिए राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी संचालय मत्स्योद्योग मनोज कुमार पथरोलिया को नियुक्त किया गया है । कार्यक्रम की जिला स्तरीय नोडल अधिकारी उप संचालक मत्स्योद्योग सोना यादव रहेगीं । प्रात: 11 बजे कार्यक्रम स्थल पर अथितियों का आगमन और प्रदर्शनी का भ्रमण किया जाएगा । दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर गणमान्य व्यक्तियों के स्वागत के साथ बैठक का उद्घाटन किया जाएगा । पुर्वाह्न 11:15 बजे से विभागीय प्रस्तुतीकरण एवं विभागीय उपलब्धियों संबंधी विडियो का संचालन किया जाएगा । पुर्वाह्न 11:22 बजे से अध्यक्ष मछुआ कल्याण बोर्ड के द्वारा संबोधन दिया जाएगा । दोपहर 12 बजे माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा संबोधन दिया जाएगा ।

—————

(Udaipur Kiran) / ललित ज्‍वेल

Most Popular

To Top