Jharkhand

अवैध कोयला खनन पर कार्रवाई में सीसीएल फिसड्डी, कंपनी नहीं करती कार्रवाई

फाइल फोटो

रामगढ़, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में अवैध खनन को रोकने के लिए जिला प्रशासन कई तरह के हथकंडे अपनाती है। लेकिन जिस क्षेत्र से कोयल का अवैध खनन होता है वह एरिया सीसीएल के क्षेत्र में आता है। सीसीएल अवैध कोयला खनन को रोकने के लिए ना तो सही कार्रवाई कर पाता है और न ही कोई ठोस कदम उठा पा रहा है। डीसी के नेतृत्व में आयोजित जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स की बैठक में जब इस मुद्दे पर चर्चा हुई तो सीसीएल की ओर से की गई कार्रवाई फिसड्डी साबित हुई। जिले में सीसीएल के रजरप्पा, अरगड्डा, कुजू, चरही, बरकासायल, प्रक्षेत्र में कोयले का खनन होता है। इसके अलावा टाटा स्टील लिमिटेड को भी कोयला खनन के लिए माइंस लीज पर दिया गया है। सीसीएल जिस क्षेत्र में अपना काम कर रहा है वहां कई स्थानों पर कोयला तस्करों ने अवैध मुहाना बना दिया है। इसे ध्वस्त करने में सीसीएल को कामयाबी हासिल नहीं हो पा रही है।

टास्क फोर्स की बैठक में उजागर हुई सीसीएल की नाकामी

डीसी फैज एक अहमद मुमताज ने जब टास्क फोर्स की बैठक की तो प्रस्तुत रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया कि सीसीएल के पदाधिकारी इस मुद्दे पर बेहद उदासीन हैं। रजरप्पा प्रक्षेत्र के जीएम ने जो रिपोर्ट प्रस्तुत किया उसमें बताया गया कि भूचुंगडीह में भैरवी नदी के किनारे लगभग अवैध मुहानों को राख, छाई और मिट्टी से भरकर ढंक दिया गया है। कुछ जगहों में दरार से धुआं अभी भी निकल रहा है। जल्द ही दरार को भरकर धुआं बंद कर लिया जाएगा। रजरप्पा प्रोजेक्ट खनन पट्टा क्षेत्र के पत्थलगढ़वा गांव के पास अवैध कोयला भंडारण का मामला संज्ञान में आया था। यहां से तकरीबन 150 टन कोयला जप्त किया गया है। रजरप्पा क्षेत्र के कोयला स्टॉक नंबर 43 में लगी आग को भी बुझा लिया गया है। लेकिन रजरप्पा सीसीएल क्षेत्र के अवैध मुहानों के बारे में न तो कोई जानकारी दी गई, न ही कार्रवाई के बारे में कुछ स्पष्ट तौर पर रिपोर्ट पेश की गई।

सीसीएल क्षेत्र में अभी भी चल रहा अवैध मुहाना

टास्क फोर्स की बैठक में अरगड्डा प्रक्षेत्र के जीएम ने कहा कि उनके क्षेत्र में चार अवैध मुहाने को डोजरिंग कर बंद किया गया। लगभग 70 टन अवैध कोयला भी जप्त किया गया है। लेकिन उनके क्षेत्र में कितने अवैध मुहाने हैं इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई। चरही प्रक्षेत्र में 25 अवैध मुहाने की जानकारी सीसीएल को है, लेकिन अभी तक 7 अवैध मुहाने को ही डोजरिंग कर बंद किया जा सका है। कुजू क्षेत्र में भी 25 अवैध मुहाने कोयला तस्करों ने बनाए गए हैं। इसमें 12 अवैध मुहाने को ही बंद किया जा सका है। बड़कासयाल प्रक्षेत्र में सिर्फ एक अवैध मुहै को डोजरिंग कर बंद किया गया। लेकिन वहां कितने अवैध मुहाने से कोयले की तस्करी हो रही है, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। टाटा स्टील लिमिटेड ने बताया कि उनके क्षेत्र में कोई भी अवैध मुहाना नहीं है।

सीसीएल की कार्रवाई पर डीसी ने जताया असंतोष

डीसी फ़ैज़ अक अहमद मुमताज ने सीसीएल की कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया। डीसी के पूछे सवाल पर सीसीएल के प्रतिनिधियों ने संतोषप्रद जवाब भी नहीं दिया। डीसी ने जिला खनन टास्क फोर्स की आगामी बैठक में सभी जीएम को स्वयं उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। साथ ही कहा है कि उनके क्षेत्र में सभी अवैध मुहाने को चिन्हित कर स्थाई रूप से बंद करें। साथ ही कोयला खनन पट्टा के हर मुख्य एंट्री एवं एग्जिट प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए। अगर सीसीएल के क्षेत्र से साइकिल, मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर सहित अन्य छोटे-बड़े वाहनों से कोयले की अवैध ट्रांसपोर्टिंग की जिम्मेदारी भी सीसीएल के महाप्रबंधकों पर होगी।

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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश

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