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आईआईएमसी में एएससीआई के सहयोग से मेगा फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन

नई दिल्ली, 04 जुलाई (Udaipur Kiran) ।

भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार को अपने परिसर में भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) के सहयोग से एक मेगा फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य मीडिया, विज्ञापन, विपणन, कानून और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखने वाले विभिन्न संस्थानों के संकाय सदस्यों को जिम्मेदार विज्ञापन, स्व-नियमन और उभरते मीडिया परिदृश्य के सिद्धांतों के प्रति संवेदनशील बनाना था। उद्घाटन सत्र में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) के संयुक्त सचिव सी. सेंथिल राजन, आईआईएमसी की कुलपति डॉ. अनुपमा भटनागर, एएससीआई की सीईओ और महासचिव मनीषा कपूर और नेस्ले के निदेशक और वरिष्ठ उपाध्यक्ष (रणनीति, विपणन और संचार) चंदन मुखर्जी ने भाग लिया। इस अवसर पर आईआईएमसी के रजिस्ट्रार डॉ. निमिष रुस्तगी भी मौजूद थे।

इस मौके पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) के संयुक्त सचिव सी. सेंथिल राजन ने भावी पीढ़ी के कंटेंट क्रिएटर्स को विज्ञापन संहिताओं और नैतिक रूपरेखाओं के आवश्यक ज्ञान से लैस करने के लिए नियमित रूप से ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कंटेंट क्रिएटर को विज्ञापन को नियंत्रित करने वाले नियमों और विनियमों को समझना चाहिए। आईआईएमसी भारत में बेहतरीन रचनात्मक प्रतिभा का निर्माण कर रहा है। इन कार्यशाला जैसी पहल उनके कौशल को निखारती है और उनकी जागरूकता बढ़ाती है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय विज्ञापन जगत में नैतिक जिम्मेदारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए संकाय और छात्रों के लिए इस तरह की और अधिक कार्यशालाओं और कार्यक्रमों का समर्थन करने का समर्थन करता है। उन्होंने रचनात्मक क्षेत्रों में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा मुंबई में भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना के बारे में भी दर्शकों को बताया।

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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी

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