
पटना, 04 जुलाई (Udaipur Kiran) । बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शुक्रवार को महागठबंधन के नेताओं के साथ राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचे और लिस्ट पुनरीक्षण कार्य पर आपत्ति जताई। इस दौरान तेजस्वी यादव के साथ वीआईपी चीफ मुकेश सहनी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के अलावा महागठबंधन के कई नेता मौजूद रहे।
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कराए जा रहे विशेष गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम 2025 को लेकर बिहार की सियासत में नया विवाद छिड़ गया है। एक तरफ जहां सत्ताधारी दल इसका समर्थन कर रहे हैं तो वहीं विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बनाकर सरकार और चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश में लगा है।
बिहार में हो रहे मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण पर विपक्ष लगातार आपत्ति जता रहा है। आईएनडीआईए गठबंधन के नेताओं ने बीते बुधवार को नई दिल्ली में मुख्य चुनाव आयोग के दफ्तर में पहुंच कर अपना ज्ञापन सौंपा था। इस दौरान राजद, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीएम,सीपीआई माले, सपा समेत 11 पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग के समक्ष अपनी बातें रखी।
बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पहले यह आरोप लगा चुके हैं कि मतदाता सूची पुनरीक्षण के नाम पर चुनाव आयोग गरीबों का नाम मतदाता सूची से हटा रहा है। तेजस्वी यहां तक आरोप लगा चुके हैं कि चुनाव आयोग भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहा है और गरीबों का हक मारने की कोशिश की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी
