
नैनीताल, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । कुमाऊं विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज के शोध एवं विकास प्रकोष्ठ द्वारा ‘बायो इन्फॉर्मेटिक्स- बायोलॉजिकल अनुक्रम से संरचना तक’ विषय पर दो दिवसीय ऑनलाइन अकादमिक कार्यशाला आयोजित की गयी। गार्गी कॉलेज की प्राचार्य प्रो. संगीता भाटिया ने उद्घाटन करते हुए कहा कि यह कार्यशाला शोध को गति देने के साथ नवीन प्रौद्योगिकी के प्रयोग तथा ज्ञानवर्धन का अवसर प्रदान करने वाली और प्रकृति की संरचना को समझने में भी सहायक होगी।
कुमाऊं विवि के वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी ने कहा कि एटीजीसी न्यूक्लिक अम्ल तथा 22 एमिनो अम्ल जीवन के रहस्यों को उजागर करते हैं। उन्होंने बताया कि कार्यशाला पारंपरिक जीवविज्ञान को आधुनिक संगणक आधारित औजारों से जोड़ने की दिशा में उपयोगी जानकारी उपलब्ध कराएगी। प्रो. अपराजिता मोहंती ने कार्यशाला की रूपरेखा व बायोइन्फॉर्मेटिक्स की परिभाषा व शोध में उसकी भूमिका प्रस्तुत की। तकनीकी सत्र में डॉ.प्रीति अग्रवाल एवं डॉ.एस हमशा ने अपने प्रस्तुतीकरण दिय।
कार्यशाला में डॉ.प्रीतम कौर, डॉ.हर्ष चौहान, डॉ.प्रभा पंत, प्रो. वींना पांडे, डॉ.मीना पांडे, डॉ.ललित मोहन, डॉ.नग्मा परवीन, अंशुल कथायत, मनोज, आस्था मेहता, आदिति बहुगुणा, आशीष कुमार, सागर, पूजा, विशाल, लता, युक्ता, जिगमित सहित देशभर से 64 प्रतिभागी शामिल हुए। संचालन डॉ. रीमा मिश्रा ने किया।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
