Jammu & Kashmir

हमारी बेटियों को बाधाओं को तोड़ते हुए और कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में सफलता प्राप्त करते हुए देखकर गर्व होता है-उपराज्यपाल

हमारी बेटियों को बाधाओं को तोड़ते हुए और कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में सफलता प्राप्त करते हुए देखकर गर्व होता है-उपराज्यपाल

श्रीनगर, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज श्रीनगर में एसकेयूएएसटी कश्मीर के छठे दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि थे। केंद्रीय मंत्री ने स्नातक करने वाले छात्रों को उनकी नई शुरुआत के लिए शुभकामनाएं दीं।

उपराज्यपाल ने कहा कि विकसित भारत, विकसित जम्मू कश्मीर और समृद्ध कृषक समुदाय हमारा संकल्प है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार जम्मू-कश्मीर को बागवानी के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विश्वविद्यालय को सक्षम और प्रतिस्पर्धी मानव संसाधन तैयार करने, जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में कृषि क्षेत्र को आकार देने और अपनी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार के लिए बधाई दी और छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने सभी विषयों में उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए छात्राओं को भी बधाई दी।

उन्होंने कहा कि हमारी बेटियों को बाधाओं को तोड़ते हुए और कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में सफलता प्राप्त करते हुए देखकर गर्व होता है। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले 150 छात्रों में से 115 छात्राएं थीं। 445 मेरिट सर्टिफिकेट में से 334 लड़कियों को दिए गए। उपराज्यपाल ने कहा कि आज के दीक्षांत समारोह में स्नातक, परास्नातक, पीएचडी की कुल 5250 डिग्रियों में से 2661 डिग्रियां छात्राओं को प्रदान की गईं। यह जम्मू-कश्मीर और राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य को दर्शाता है

उपराज्यपाल ने अपने संबोधन में पिछले कुछ वर्षों में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में हो रहे परिवर्तनकारी सुधारों पर बात की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में कृषि और संबद्ध क्षेत्र वास्तव में भारत की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार बन गया है। यह परिवर्तन जम्मू-कश्मीर के कृषि परिदृश्य में दृढ़ता से परिलक्षित होता है।

उन्होंने कहा कि आज समग्र कृषि विकास कार्यक्रम (एचएडीपी) पूरे देश में कृषि क्रांति का रोल मॉडल बनकर उभरा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले पांच वर्षों में जम्मू और कश्मीर ने कृषि और संबद्ध क्षेत्र के लिए 4 प्रमुख लक्ष्य निर्धारित किए हैं-कृषि क्षेत्र को एक स्थायी व्यावसायिक कृषि अर्थव्यवस्था में बदलना, कृषि के समग्र विकास के लिए मूल्य श्रृंखला, किसान और समुदाय-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ कृषि-व्यवसाय पारिस्थितिकी तंत्र बनाना और कृषक परिवारों की आय में वृद्धि करना और उनकी आजीविका को सुरक्षित करना।

उपराज्यपाल ने स्नातक छात्रों से नवाचार और प्रगतिशील खेती में अपना बहुमूल्य योगदान देने और कृषि-प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रौद्योगिकी और अभूतपूर्व नवाचार में अग्रणी भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आपका जुनून और विचार भारत के कृषि क्षेत्र के भविष्य को आकार देंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन की तैयारी नहीं है, शिक्षा स्वयं जीवन है और मेरा दृढ़ विश्वास है कि यदि शिक्षा समय और वैश्विक उद्योग की जरूरतों के अनुसार है तो यह समाज की सबसे कीमती संपत्ति है।

(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह

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