

आज़मगढ़, 3 जुलाई (Udaipur Kiran) । इटावा कांड के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ब्राह्मण समाज के खिलाफ दिए जा रहे बयान से ब्राह्मण समाज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से नाराज हैं।
आज आजमगढ़ में अखिलेश यादव अनवरगंज में बने अपने आवास और कार्यालय का उद्घाटन करने आ रहे हैं। इसके पूर्व ब्राह्मण समाज के लोगों ने अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा और विश्व हिंदू महासंघ के आह्वान पर आज सुबह से ही जिले के अलग-अलग स्थानों पर अपने घरों में काला झंडा लगाकर विरोध जताया।
ब्राह्मण कंधरापुर थाना के बाहुल्य बस्ती उगर पट्टी, चेवता और गौरी नारायणपुर, रौनापार थाना क्षेत्र के बनहरा, मुबारकपुर थाना क्षेत्र के गजहड़ा, देवगांव थाना क्षेत्र के चेवार और दीदारगंज थाना क्षेत्र के पलथी में भी ब्राह्मण परिवारों ने अपने घरों में काला झंडा लगाकर अखिलेश यादव के आजमगढ़ आगमन का विरोध किया है।
ब्राह्मण समाज के लोगों का कहना है कि इटावा की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है इसमें जो भी दोषी है पुलिस प्रशासन उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहा है , बावजूद इसके अखिलेश यादव ने पूरे ब्राह्मण समाज को कटघरे में खड़ा कर दिया है जो बेहद निंदनीय है। ब्राह्मण समाज के लोगों का कहना है कि गांव में यादव समाज के साथ ही सभी समाज के लोग भाईचारे के साथ रहते हैं लेकिन अखिलेश यादव के बयान के बाद से ब्राह्मण और यादव समाज के बीच खाई पैदा हो गई है। उन्होंने राजनीतिक लाभ के लिए यह बयान दिया जो उचित नहीं है। उनका कहना है कि हम लोग काला झंडा लगाकर शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं।
ब्राम्हण समाज के नेता हरिवंश मिश्रा ने कहा कि आज जनेश्वर मिश्र की आत्मा रो रही होगी कि उनके खून पसीने से बनाई गई समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर अखिलेश यादव आज आसीन है, उनके द्वारा आज ब्राह्मणों को ही अपमानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सांसद द्वारा यह बात कही गई थी पूरे मंत्र उच्चारण के साथ आज के उद्घाटन की प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। हरिवंश मिश्रा ने कहा कि वहां पर मौजूद ब्राह्मण अपने उदारवादी व्यवहार के चलते पूजा पाठ को जरूर पूरा कर आएगा लेकिन वह वहां दिल से मौजूद नहीं रहेगा।
वहीं सपा के प्रवक्ता अशोक यादव ने कहा कि यह कृत्य भारतीय जनता पार्टी के लोगों द्वारा किया जा रहा है, यह आम ब्राह्मण समाज के लोग नहीं है, भाजपा जब यादव बनाम ब्राह्मण की अपनी मुहिम में कामयाब नहीं हो पाई, तब उनके द्वारा मकानों पर काले झंडे लगाकर गलत संदेश देने की कोशिश की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / राजीव चौहान
