HimachalPradesh

हिमाचल प्रदेश के छह जिलों में बाढ़ का अलर्ट, नौ जुलाई तक भारी वर्षा की चेतावनी

भूस्खलन से नुकसान

शिमला, 03 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में मानसून के कड़े तेवर जारी हैं और आज भी मौसम खराब बना हुआ है। राजधानी शिमला सहित अधिकांश स्थानों पर बीती रात भारी वर्षा हुई है। मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों के लिए अगले 24 घंटों में बाढ़ का खतरा जताते हुए चेतावनी जारी की है। विभाग ने आज और कल राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट भी जारी किया है जबकि 5 जुलाई से 9 जुलाई तक प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

राजधानी शिमला सहित कई हिस्सों में बीती रात तेज बारिश हुई, जिसमें सिरमौर के पच्छाद में सर्वाधिक 133 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई जबकि हमीरपुर के बड़सर में 92 मिमी, शिमला के जुब्बड़हट्टी में 59 मिमी, ऊना में 55 मिमी, नाहन में 42 मिमी, कांगड़ा में 32 मिमी, सराहन में 29 मिमी, सुंदरनगर में 19 मिमी और शिमला शहर में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई है। लगातार बारिश के कारण राज्य में न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

कुल्लू जिले में स्नो गैलरी के पास नाले में आई बाढ़ के चलते मनाली-केलंग सड़क मार्ग आज सुबह बाधित हो गया है और सीमा सड़क संगठन द्वारा मार्ग बहाली का कार्य किया जा रहा है जबकि यह मार्ग बंद होने के कारण मनाली व केलंग के बीच आवागमन रोहतांग दर्रे के रास्ते कराया जा रहा है। मंडी जिला में बीते सोमवार की रात बादल फटने की कई घटनाओं से तबाही का आलम है जहां अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें जुटी हुई हैं।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 20 जून से अब तक बारिश जनित हादसों में 63 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 109 लोग घायल हुए हैं। गुरुवार सुबह तक प्रदेश भर में भूस्खलन और मलबा गिरने की वजह से 261 सड़कें बाधित हैं जिनमें अकेले मंडी में 186, कुल्लू में 37 और कांगड़ा में 12 सड़कें शामिल हैं। बारिश के कारण प्रदेश भर में 599 बिजली ट्रांसफार्मर ठप पड़े हैं जिनमें 511 ट्रांसफार्मर मंडी जिले में ही बंद हैं और इनमें से 258 ट्रांसफार्मर केवल गोहर उपमंडल में ही प्रभावित हैं। जल आपूर्ति व्यवस्था भी चरमरा गई है और राज्य की 797 पेयजल योजनाएं बंद हो चुकी हैं जिनमें मंडी की 580, हमीरपुर की 144 और कुल्लू जिले की 33 योजनाएं शामिल हैं। मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने, नदी-नालों से दूर रहने और भूस्खलन प्रभावित इलाकों की ओर यात्रा से बचने की अपील की है।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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