West Bengal

कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप मामला: गिरफ्तारी से पहले किन-किन प्रभावशाली लोगों से मिला मनोजीत मिश्रा, जांच में जुटी पुलिस

तृणमूल नेताओं के साथ मनोजित
तृणमूल नेताओं के साथ मनोजित
तृणमूल नेताओं के साथ मनोजित
अभिषेक बनर्जी के साथ मनोजित मिश्र

कोलकाता, 3 जुलाई (Udaipur Kiran) ।

दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा के साथ गैंगरेप के मामले में मुख्य आरोपित मनोजीत मिश्रा की गिरफ्तारी से पहले की गतिविधियों की जांच अब नए एंगल से हो रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि मनोजीत मिश्रा वारदात के बाद और गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले किन-किन प्रभावशाली लोगों से मिला था और इन मुलाकातों का इस मामले से कोई संबंध है या नहीं। खास बात ये है कि उसकी तस्वीर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के अलावा चंद्रिमा भट्टाचार्य और कई अन्य नेताओं के साथ हैं। तृणमूल विधायक अशोक देव का वह बेहद खास बताया जाता है और कॉलेज में अवैध तरीके से उसकी नियुक्ति भी अशोक देव के कहने से ही हुई थी। यह भी पता चला है की वारदात को अंजाम देने से पहले और उसके बाद वह लगातार देव के संपर्क में था और कई अन्य प्रभावशाली नेताओं से मिलता जुलता रहा है।

पुलिस के अनुसार, मनोजीत के अलावा आरोपित जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी ने भी गिरफ्तारी से पहले किन लोगों से संपर्क किया था, इसकी भी जांच की जा रही है। जांचकर्ताओं ने बताया कि 26 जून की शाम को इन तीनों के मोबाइल लोकेशन बालीगंज स्टेशन रोड और फर्न प्लेस इलाके में देखी गई थी। इसके लिए मोबाइल टॉवर डंप डेटा का इस्तेमाल किया जा रहा है।

पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपितों की गतिविधियां जांच के लिए बेहद अहम हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हम कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण कर रहे हैं। हमें जानना है कि वे किनसे और क्यों मिले थे। इन मुलाकातों का केस से कोई कनेक्शन हो सकता है।

जांच के दौरान पुलिस ने कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ. नयना चटर्जी से भी दो बार पूछताछ की है। मनोजित ने 26 जून की सुबह उन्हें फोन किया था, जिससे संबंधित बातचीत की जानकारी जुटाई जा रही है।

इस बीच बुधवार को कोलकाता पुलिस की डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (डीडी) ने इस केस की जांच अपने हाथ में ले ली है। अब तक इस मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) कर रहा था। डीडी ने अपनी जांच में अपहरण और खतरनाक हथियार से नुकसान पहुंचाने जैसी गंभीर धाराएं भी जोड़ दी हैं।

पीड़िता के पिता ने कहा, “मुझे कोलकाता पुलिस पर भरोसा है। मैं चाहता हूं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।”

यह मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है और अब पुलिस की नजर सिर्फ आरोपितों पर ही नहीं, बल्कि उन लोगों पर भी है जिनसे आरोपित वारदात के बाद मिले थे। इस जांच से कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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