Uttrakhand

घंटाघर का हुआ काया-कल्प,अब दिखने लगा दिव्य-भव्य स्वरूप में

देहरादून घंटाघर।

देहरादून, 81 जुलाई (Udaipur Kiran) । देहरादून के दिल की धड़कन ‘घंटाघर’, चौक सहित शहर के विभिन्न प्रमुख स्थलों के सौन्दर्याकरण निर्माण कार्य गतिमान है। जिसके अन्तर्गत ‘घंटाघर’ अब दिव्य-भव्य स्वरूप में दिखने लगा है। घंटाघर चौक को आधुनिक व यातायात के लिए सुगम बनाया जा रहा है।

जिलाधिकारी सविन बंसल अपनी कार्यशैली के अनुसार कई जन सरंचनाओं के एक साथ काम उठवाए है। उनके निरंतर मॉनिटिरिंग से जहां कार्यों में तेजी आई वहीं विकास योजनाएं कम समय में धरातल पर उतर रही हैं। जिलाधिकारी येनकेन बजट का प्रबन्ध करते हुए भी कार्यों को धरातल पर उतारकर मूर्तरूप देने में जुटे हैं। वर्तमान में जिला प्रशासन की कार्यशैली बदली-बदली है, जिला प्रशासन जहां जनमानस के प्रति अपने कर्तव्यों को लेकर सजग है। वहीं अपने स्वच्छ प्रशासन की अपनी छवि पर कमिटमेंट है।

जिलाधिकारी ने चार्ज संभालते देहरादून में सुगम सुविधा एवं यातायात के लिए निरंतर प्रयास एवं मंथन से शहर के चौक चौराहों का पारम्परिक एवं पौराणिक शैली सौन्दर्गीकरण के विकसित किए जाने की कार्य योजना को धरातल पर लाने का कार्य किया। जिसके फलस्वरूप शहर के घंटाघर सहित अन्य चौक चौराहों को सौन्दर्याकृत बनाने का कार्य गतिमान है। घंटाघर के सुधारीकरण कार्यों से जहां यातायात संचालन में मदद मिलेगी वहीं, घंटाघर अपने भव्य स्वरूप से जनमानस को अपनी ओर आकर्षित करेगा। चौराहों पर राज्य की लोक पारम्परिक शैली में विकसित छवि पर्यटकों में राज्य के लोक संस्कृति एवं परम्परा के दर्शन कराएगी।

डीएम ने चौक चौराहों का सौन्दर्यीकरण सुधार, एवं घंटाघर के कार्यों का डिजाईन, सर्वे, कान्सेप्ट तो ज्वाइनिंग के दूसरे माह ही तैयार कर लिया था जिसके लिए निरंतर धनराशि संगठित करने में लगे थे। डीएम ने स्मार्ट सिटी की समर्पण होने जा रही धनराशि को ही बजट का प्रबंधन करते हुए कार्य प्रारम्भ करवा दिए हैं, निर्माण के साथ योजना का रखरखाव भी शामिल है।

(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल

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