
हमीरपुर, 01 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम में कई बड़ी घोषणाएं कीं। अगले शैक्षणिक सत्र से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धनेटा में सीबीएसई पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। स्कूल को सह-शिक्षा (को-एजुकेशन) बनाया जाएगा और विज्ञान विषय की कक्षाएं भी शुरू की जाएंगी। इसके अलावा महाविद्यालय धनेटा में बीएड और बीसीए कोर्स आरंभ किए जाएंगे ताकि स्थानीय छात्रों को उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर मिल सकें।
मुख्यमंत्री ने नादौन में एक नए कृषि विपणन केंद्र के निर्माण की भी घोषणा की जिससे किसानों को अपनी उपज का बेहतर मूल्य मिल सके। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में शहीद हुए अरविंद्र सिंह और सूबेदार कुलदीप चंद के सम्मान में उनके गांव में स्मारक द्वार बनाने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से हिमाचल शिक्षा गुणवत्ता में देश में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। छात्रों को स्मार्ट यूनिफॉर्म और विदेशी शैक्षणिक भ्रमण जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में भी प्रगति हुई हैचिकित्सा महाविद्यालयों को आधुनिक उपकरण मुहैया कराए जा रहे हैं और 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए घर पर ही स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की जा रही है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हमीरपुर जिला के नादौन में 1.28 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सहायक जिला न्यायवादी कार्यालय भवन का उद्घाटन तथा 7.61 करोड़ रुपयेे से नाबार्ड के अन्तर्गत बनने वाली सेरा से सेरा पखरोल मानपुल सड़क के उन्नयन कार्य का भूमि पूजन किया।
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत दी जाने वाली 3 लाख रुपये की आवास अनुदान की पहली किश्त के तौर पर एक लाख रुपये की राशि लाभार्थियों को प्रदान की। लाभार्थियों में रोहित कुमार गांव बैहली, डाकघर बाड़ा, तहसील नादौन, राहुल गांव कुथियाना डाकघर डांगरी, तहसील नादौन, अक्षय अग्निहोत्री गांव व डाकघर पन्साई, तहसील नादौन तथा दीपक गांव कारगू जगीर, डाकघर बधेरा, तहसील कांगू, जिला हमीरपुर शामिल हैं।
सुक्खू ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत दो लाख रुपये विवाह अनुदान राशि भी पात्र लाभार्थियों को वितरित की। मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के तहत पंजीकृत लाभार्थियों को 359 इंडक्शन चूल्हे भी वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2027 तक हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य है और सरकार के सभी निर्णय जनहित को ध्यान में रखकर लिए जा रहे हैं। इस अवसर पर आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, विधायक कमलेश ठाकुर सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / विशाल राणा
