Uttar Pradesh

काशी में पहली बारिश में ही तैरता दिखा विकास: अजय राय

अजय राय

—बरसात में मोदी – योगी सरकार के सारे दावे फेल,योगी सरकार ने काशी को प्रयोगशाला बना दिया

वाराणसी,01 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में पिछले दो दिनों से रूक—रूक कर हो रही जोरदार बारिश से शहर के निचले हिस्सों और गलियों में जलभराव को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने इसका वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट कर केन्द्र और प्रदेश की सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि ये बनारस है, प्रधानमंत्री का लोकसभा क्षेत्र। हर बारिश में डूबता है, हर साल शर्मिंदा होता है। नालों की सफाई कागज़ों में पूरी हो जाती है, लेकिन सड़कों पर पानी भर जाता है। दुकानें जलभराव से बर्बाद होती हैं, घरों में गंदा पानी घुस जाता है, और जिम्मेदार आंखें बंद करके बैठे रहते हैं। जनता को वादे याद हैं – क्योटो बनाने की बात याद है। लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी बारिश बनारस के लिए अभिशाप बन चुकी है। वीडियो के बाद बयान जारी कर कहा कि काशी में पहली बारिश में ही मोदी – योगी सरकार के सारे दावे फेल हुए और काशी की सड़कों पर विकास तैरता हुआ दिखाई दिया। मोदी–योगी सरकार ने काशी को प्रयोगशाला बना दिया है चारों तरफ अव्यवस्था का अंबार लगा है । स्थिति इतनी खराब है कि बिना भौतिक जानकारी के काशी को बर्बाद किया जा रहा है ।

अजय राय ने कहा कि रोपवे के नाम पर आज गिरजाघर से लेकर गोदौलिया तक आमजनजीवन अस्त व्यस्त है । दुकानदारों की कमाई खत्म हो गई । और तो और नालों की जानकारी तक सरकार को नहीं है । जल निकासी व्यवस्था न होने से काशी की सड़कों पर जल जमाव, गलियों,और कॉलोनियों,दुकानों में लोगों को भारी जलभराव का सामना करना पड़ रहा है। कई सड़कों, बाजारों,दुकानों और सार्वजनिक स्थलों में घुटनों तक पानी भर गया है। सड़कों पर कीचड़, फिसलन, बदबू फैलने से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। जलभराव से सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। सड़कें तो पहले से ही जर्जर थीं, बरसात के कारण उनकी हालत और ज्यादा खराब हो चुकी है। सड़क धँसने, आवागमन के दौरान लोगों के गिरकर चोटिल होने की खबरें आम हैं। उन्हाेंने आराेप लगाया कि यदि सीवर, ड्रैनेज की सफाई, जलनिकासी की सही ढंग से व्यवस्था करती है तो फिर इतना बुरा हाल नहीं होता। सफाई का जो पैसा शहर के सीवरेज सिस्टम, ड्रेनेज सफाई पर खर्च होना था, वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।

—————

(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

Most Popular

To Top