Uttar Pradesh

सीएसजेएमयू के एबीएसएलएस में शुरु हुआ एक वर्षीय एलएलएम पाठ्यक्रम

विश्वविद्यालय का प्रतिकात्मक फोटो

कानपुर, 30 जून (Udaipur Kiran) । यह पाठ्यक्रम समकालीन कानूनी शिक्षा की मांगों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इस एक वर्षीय एल.एल.एम. प्रोग्राम में प्रमुख स्पेशलाइजेशन कॉर्पोरेट लॉ, क्रिमिनल लॉ, इंटरनेशनल लॉ और कांस्टिट्यूशनल लॉ की सुविधा प्रदान की जा रही है। यह बातें सोमवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेयी स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज में शैक्षणिक सत्र 2025-26 से एक वर्षीय एलएलएम (मास्टर ऑफ लॉज़) पाठ्यक्रम की शुरुआत के दौरान विभाग के निदेशक डॉ. पंकज द्विवेदी ने कही।

विभाग निदेशक ने बताया कि इसे राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों (एनएलयूएस) एवं दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख विधि संस्थानों की तर्ज पर डिज़ाइन किया गया है। उन्होंने बताया कि यह पाठ्यक्रम शोध-आधारित अध्ययन को बढ़ावा देगा तथा विद्यार्थियों को न्यायिक सेवाओं, अकादमिक क्षेत्र एवं शोध संस्थानों में भविष्य निर्माण का अवसर प्रदान करेगा। इस कोर्स में प्रवेश के लिए पात्रता किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से विधि में स्नातक की डिग्री होना अनिवार्य है। इस कोर्स में कुल 120 सीटों पर मेरिट के आधार प्रवेश होगा और कोर्स की फीस एक लाख 45 हजार होगी।

उन्होंने बताया कि इस पाठ्यक्रम की रूपरेखा इस प्रकार तैयार की गई है कि इससे न केवल छात्रों का अकादमिक विकास होगा, बल्कि वे व्यावसायिक दृष्टि से भी प्रतिस्पर्धी बनेंगे। विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया जारी है। प्रवेश प्रक्रिया पूर्णतः मेरिट आधारित होगी तथा चयन विधि में स्नातक की डिग्री में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा। कानपुर जैसे क्षेत्र में इस प्रकार के उच्च स्तरीय और व्यावसायिक विधि शिक्षा पाठ्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के विधि विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

निदेशक ने बताया कि इसी के साथ अटल बिहारी वाजपेयी स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज में वर्तमान में एलएलबी (तीन वर्षीय पाठ्यक्रम), बीएएलएलबी (पाँच वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम), बीबीए एलएलबी (पाँच वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम) एलएलएम (दो वर्षीय पाठ्यक्रम) तथा विधि में पीएचडी भी पहले से संचालित हो रहे हैं।

(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद

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