
पलवल, 30 जून (Udaipur Kiran) । केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास जी के विचार और उनका मार्गदर्शन आज भी हमारे लिए प्रासंगिक है। गुरु रविदास जी ने सदियों पहले समाज को समानता, मानवता, सद्भावना व करुणा का जो संदेश दिया वह हमें युगों-युगों तक प्रेरित करता रहेगा। केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर सोमवार को जिला के गांव करीमपुर में संत गुरु रविदास कल्याण समिति की ओर से आयोजित संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती एवं भंडारा कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का पगड़ी और फूल मालाओं से गर्मजोशी से स्वागत किया। केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री ने संत शिरोमणि संत रविदास जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और उनका आशीर्वाद लिया। केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने संत रविदास जयंती कार्यक्रम में दिए अपने संदेश में कहा कि गुरु रविदास जी 15वीं सदी के महान समाज सुधारक, दार्शनिक, कवि तथा अध्यात्मिक विभूति थे। संत रविदास आध्यात्मिक, प्रबुद्ध व महान सामाजिक सुधारक के रूप में जाने जाते हैं। संत रविदास जी का मानना था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। मतलब शरीर को आत्मा से पवित्र होने की जरूरत है न कि किसी पवित्र नदी में नहाने से, अगर हमारी आत्मा और हृदय शुद्ध है तो हम पूरी तरह से पवित्र हैं। संत रविदास ने समाज को नई दिशा देने का काम किया।
उन्होंने कहा कि संत गुरु रविदास जी ने उस समय सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका सम्पूर्ण जीवन सदाचार, सादगी और कर्मयोग का संदेश देता है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों से आह्वान किया कि हम सब संत रविदास जी के बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए सद्भाव एवं भाईचारे को और मजबूत बनाने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि संत रविदास सरीखे महान संतों के दिखाए मार्ग पर आगे बढऩा है तभी समाज में आपसी सौहार्द व उन्नति की राह प्रशस्त होगी। हम सबको मिलकर रहना है और समाज और देश को आगे बढ़ाने में सहयोग करना है। उन्होंने संत रविदास भवन के निर्माण लिए समिति को 21 लाख रुपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर होडल विधायक हरेंद्र सिंह, पूर्व विधायक दीपक मंगला, वीरेंद्र बैंसला, संतराज, ब्लॉक चेयरमैन अजीत, सरपंच पवन जाखड़, महेंद्र भड़ाना, गयालाल, यशपाल, हरेंद्र पाल राणा, राजबीर, भंबल, राजकुमार, मुकेश, संत गुरु रविदास कल्याण समिति के पदाधिकारी और सदस्यों सहित आस-पास के गांवों के पंच-सरपंच व अनेक मौजिज लोग मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग
