
यमुनानगर, 30 जून (Udaipur Kiran) । हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ एवं हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन ने बीएलओ की नियुक्ति सम्बंधी समस्याओं को लेकर साेमवार काे संयुक्त रूप से जिला उपायुक्त और नायब तहसीलदार ज्ञापन दिया। वहीं जिला उपायुक्त ने समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया।
अध्यापक संघ जिला प्रधान संजय कंबोज व राज्य उप प्रधान राकेश धनखड़ ने संयुक्त रूप से सोमवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा कि विधानसभा स्तर पर 27 जून को पत्र जारी करके जिले के सभी बीएलओ को बिना सोचे समझे ही एक साथ बदल दिया गया है। जिसमें अधिकतर अध्यापक हैं, को जिस बूथ पर उनकी वोट है उसी बूथ का ही बीएलओ नियुक्त कर दिया गया है जो कि न केवल प्रशासनिक दृष्टि से गलत व अव्यवहारिक है बल्कि न्यायसंगत भी नहीं है । जिससे अध्यापकों में भारी रोष है।
उन्होंने कहा कि अध्यापकों पर पहले बहुत से गैर शैक्षणिक कार्यों का बोझ है गैर शैक्षणिक कार्यों के कारण बच्चों की शिक्षा पर बुरा प्रभाव पड़ता है | पूरे जिले में पहले से अध्यापक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर इत्यादि कर्मचारी बीएलओ के रूप में काम कर रहे हैं परंतु अब अचानक लगभग सभी बीएलओ को बदल कर कर्मचारियों को उनके पोलिंग बूथ पर नियुक्त कर दिया है। जिस गाँव या कालोनी में उनकी वोट है, जो की एक कर्मचारी के लिए उचित नहीं है। क्योंकि गाँव या मोहल्ले में कोई कर्मचारी सरकारी कर्मचारी के रूप में स्थापित ना होकर एक ग्रामीण या नागरिक के रूप में स्थापित होता है, जबकि कार्य स्थल पर आम जनता कर्मचारी को केवल कर्मचारी के रूप में ही देखती है।
दूसरी ओर गांव में भाईचारा व गुटबाजी होती है जिस कारण एक कर्मचारी को कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा| पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं जिसमे कर्मचारी को बिना उसकी गलती के आपसी रंजिश के कारण उलझा लिया जाता है। जिससे कर्मचारी को मानसिक प्रताड़ना को भुगतना पड़ता है | वोट बनाने काटने संबंधी मामलों में भी कर्मचारियों पर आरोप एवं प्रत्यारोप लगाने की सम्भावना बनी रहेगी तथा कर्मचारी डर के माहौल में कार्य करने को मजबूर होगा।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग
