
लखनऊ, 30 जून (Udaipur Kiran) । गोरखपुर जनपद के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेन्द्र कुमार सिंह ने सहायक अध्यापक मनोज गुप्ता के मामले में 27 दिसम्बर 2024 को भटहट विकास क्षेत्र की खण्ड शिक्षा अधिकारी शाइस्ता परवीन से तीन दिनों के भीतर आख्या मांगी थी। छह माह बाद भी खण्ड शिक्षा अधिकारी शाइस्ता परवीन आख्या नहीं दे सकी है।
सहायक अध्यापक मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि कोविड के वक्त वह बीमार हो गये थे, इसके बाद उन्होंने अपने प्रधानाचार्य से पुन: शिक्षण कार्य आरम्भ करने की अनुमति मांगी तो उन्होंने अधिकारियों की अनुमति लेकर आने को कह दिया। इसके बाद उन्होंने खण्ड शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की और अपनी बात को रखा तो वह टाल गयी।
उन्होंने बताया कि समुचे मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेन्द्र कुमार सिंह ने उनकी सुनी और खण्ड शिक्षा अधिकारी से आख्या मांगी। इसके बाद भी खण्ड शिक्षा अधिकारी शाइस्ता परवीन ने दस्तावेज के चोरी हो जाने की बात कहकर आख्या देने से इंकार कर दिया। तभी से वह गोरखपुर के बेसिक शिक्षा कार्यालय से लेकर लखनऊ स्थित निदेशालय तक दौड़ रहे है। अभी तक खण्ड शिक्षा अधिकारी ने आख्या नहीं लगायी है।
उक्त प्रकरण में खण्ड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि उनके कार्यालय से पुराने दस्तावेज गुम हो गये। यही कारण है कि मौजूदा स्थिति में बिना दस्तावेज के कोई आख्या नहीं लगा सकती है। जिसके कारण सहायक अध्यापक मनोज को मुझसे मायूस होना पड़ रहा है।
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(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र
