
सूरत, 29 जून (Udaipur Kiran) । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज सूरत दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने दक्षिण गुजरात के उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। ‘मध्यप्रदेश में निवेश के अवसर’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने सूरत के टेक्सटाइल और हीरा उद्योग से जुड़े प्रमुख उद्योगपतियों से संवाद किया।
इस कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद और मशहूर ‘डायमंड किंग’ गोविंद ढोलकिया सहित हीरा, कपड़ा, सोलर जैसे विभिन्न उद्योगों के दिग्गज उद्योगपति मौजूद रहे। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने संबोधन में उद्योगपतियों को 15,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश का निमंत्रण दिया और कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में मध्यप्रदेश ने उद्योग क्षेत्र में बड़े सकारात्मक बदलाव देखे हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य में सभी प्रकार के उद्योगों को PGF (प्रायोरिटी गवर्नमेंट फंडिंग) का लाभ दिया जा रहा है और उद्योग स्थापना के लिए ज़मीन भी उपलब्ध करवाई जा रही है।
हीरा और कपड़ा उद्योग पर उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा– पत्थर हमारा है, लेकिन अंगूठी में लगाते हैं सूरत वाले! उन्होंने आगे कहा, हजारों सालों से पन्ना की खदानों में हीरे मिलते हैं, लेकिन उनका कटिंग और पॉलिशिंग सूरत में होता है। आज तक समझ नहीं आया ये कैसे होता है!
कपास के संबंध में भी उन्होंने सटीक टिप्पणी की कि कपास तो हम उगाते हैं, लेकिन रेडीमेड साड़ी तो सूरत से मंगानी पड़ती है। ये फर्क है।
उन्होंने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश में कपास उत्पादन भरपूर है, लेकिन रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में काफी संभावनाएं मौजूद हैं।
सरकार का अनुमान है कि इस पहल से मध्यप्रदेश में ₹15,000 करोड़ से अधिक का निवेश होगा और 11,000 से ज्यादा रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
वेलस्पन ग्रुप के मालिक चिंतन ठाकरे ने भी बताया कि वे पिछले 13 वर्षों से मध्यप्रदेश में सोलर और वॉटर प्रोजेक्ट्स से जुड़े हैं और आगामी समय में 5,600 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है।
मुख्यमंत्री यादव की यह यात्रा एक स्पष्ट संदेश लेकर आई – निवेश करें, लाभ उठाएं और मध्यप्रदेश की औद्योगिक यात्रा में भागीदार बनें।
(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad
