
गुना, 29 जून (Udaipur Kiran) । आरोन में जमीनी विवाद में बीती रात हुई शिक्षक की हत्या मामले में 19 आरोपियों में से 11 को गिरफ्तार किया जा चुका है, वहीं 8 आरोपी अभी फरार बने हुए है। मामले में कुल 19 लोगों पर प्रकरण दर्ज किया गया था, वहींवहीं घटना से गांव में तनाव की स्थिति है। मृतक शिक्षक के परिजन और ग्रामीणों ने बीती रात और रविवार सुबह चक्काजाम कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आरोपियों पर बुलडोजर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। रात में कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल एवं एसपी अंकित सोनी भी मौके पर पहुँचे थे।
पुत्र और भाई गंभीर घायल
उल्लेखनीय है कि आरोन के गेहूखेड़ा निवासी शिक्षक ब्रह्मदास सूर्यवंशी पुत्र हनुमत सूर्यवंशी माता मूडरा हाई स्कूल में पदस्थ थे। जो बीते रोज स्कूल से लौटकर अपने घर के सामने वेयर हाउस पर बैठे हुए थे। इसी दौरान उन पर हथियारों से जानलेवा हमला किया गया था। जिमसें ब्रम्हदास की मौत हो गई, वहीं उनका पुत्र सत्यनारायण एवं भाई सुनील गंभीर रुप से घायल हो गए थे। हमला एक बीघा जमीन के विवाद पर किया गया था।
यह है आरोपी
एसपी अंकित सोनी के अनुसार मामले में सत्यनारायण की शिकायत पर रघुवीर पुत्र दिमान सिंह बुनकर, लाखन पुत्र दिमान सिंह बुनकर, मुकेश पुत्र दिमान सिंह बुनकर, कमल सिंह पुत्र दिमान सिंह बुनकर, वीर सिंह पुत्र दिमान सिंह बुनकर, संतोष पुत्र वीर सिंह बुनकर, अमर सिंह पुत्र वीर सिंह बुनकर, भोला उर्फ किशन पुत्र अमर सिंह बुनकर, शिवा पुत्र अमर सिंह बुनकर, अभिषेक पुत्र मुकेश बुनकर, शिवम पुत्र मुकेश बुनकर, मंगल पुत्र लखन बुनकर, रामस्वरूप पुत्र मिश्रीलाल बुनकर, निखिल पुत्र संतोष बुनकर, रवि पुत्र नर्वदाप्रसाद बुनकर, नीतेश पुत्र पुरूषोत्तम बुनकर, विशाल पुत्र पुरूषोत्तम बुनकर, अजय पुत्र बलवंत प्रजापति एवं छोटू पुत्र बलवंत प्रजापति पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। जिनमें से लाखन बुनकर, कमल सिंह बुनकर, अमर सिंह बुनकर, संतोष बुनकर, भोला उर्फ किशन बुनकर, शिवम बुनकर, रामस्वरूप बुनकर, निखिल बुनकर, नीतेश बुनकर, विशाल बुनकर एवं अजय प्रजापति को पकड़ा गया है।
परिजनों ने किया प्रदर्शन
शिक्षक की हत्या के बाद गांव में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। आक्रोषित परिजनों ने ग्रामीणों के साथ बीती रात आरोन-सिरोंज स्टेट हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल एवं एसपी अंकित सोनी मौके पर पहुँचे और ग्रामीणों को समझाईश देकर किसी तरह शांत किया। तत्समय में तो ग्रामीण चक्काजाम खोलने पर राजी हो गए, किन्तु रविवार सुबह फिर उन्होने शव रखकर जाम लगा दिया। परिजन आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग पर अड़े हुए थे। उनका कहना था कि जब तक बुलडोजर कार्रवाई नही होगी। तब तक अंतिम संस्कार नहीं होगा। पुलिस नें किसी तरह समझाईश देकर उन्हे अंतिम संस्कार के लिए राजी किया।
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(Udaipur Kiran) / अभिषेक शर्मा
