Jammu & Kashmir

नटरंग स्टूडियो में पियानो वादक नाटक की प्रभावशाली प्रस्तुति

नटरंग स्टूडियो में पियानो वादक नाटक की प्रभावशाली प्रस्तुति

जम्मू, 29 जून (Udaipur Kiran) । नटरंग स्टूडियो थियेटर में रविवार को साप्ताहिक संडे थियेटर सीरीज़ के अंतर्गत हिंदी नाटक पियानो वादक की प्रभावशाली प्रस्तुति दी गई। यह नाटक प्रसिद्ध रूसी लेखक आंतोन चेखव की कहानी पर आधारित है, जिसे सत्येन्द्र शरद ने नाट्य रूपांतरित किया और निर्देशन नीरज कांत ने किया। शहर के सबसे ठंडे दिन में भी यह संवेदनशील और बौद्धिक रूप से गरमाहट देने वाला नाटक दर्शकों को भावनात्मक रूप से गहराई तक छू गया। कलाकारों की सशक्त अभिव्यक्ति और प्रभावशाली मंचन ने नाटक को जीवंत बना दिया, जिसे दर्शकों ने भरपूर सराहा।

नाटक की कहानी उन संघर्षशील कलाकारों की पीड़ा को दर्शाती है जो प्रतिभा होते हुए भी प्रसिद्धि और धन के अभाव में समाज में उपेक्षित रह जाते हैं। एक लेखक और एक संगीतकार की आपबीती के माध्यम से यह दर्शाया गया कि कैसे एक भौतिकवादी समाज किसी की कला और मेधा की बजाय उसकी सामाजिक हैसियत को तरजीह देता है। नाटक का केंद्रीय पात्र एक पियानो वादक है जिसे एक भव्य पार्टी में संगीत बजाने के लिए बुलाया जाता है, परंतु वहां उसका अपमान सिर्फ इसलिए किया जाता है क्योंकि वह साधारण पहनावे में आता है और समाज की तथाकथित ऊँची जातियों में फिट नहीं बैठता। कुछ महिलाएं उस पर बनावटी प्रशंसा लुटाकर फिर तिरस्कार करती हैं, जिससे वह अंदर तक आहत हो जाता है।

अपमानित होकर वह अपनी व्यथा अपने लेखक मित्र से साझा करता है, जो स्वयं भी संघर्ष की इसी पीड़ा से जूझ रहा होता है। दोनों की बातचीत में कलाकारों की टूटती उम्मीदें और भीतर का दर्द उजागर होता है। इस भावुक नाटक को युवा कलाकारों ने मंच पर बेहद प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को आत्ममंथन के लिए विवश कर दिया।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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