तेहरान/न्यूयॉर्क, 29 जून (Udaipur Kiran) । ईरान ने हाल ही में हुए 12 दिवसीय युद्ध के लिए इजराइल और अमेरिका को जिम्मेदार ठहराते हुए संयुक्त राष्ट्र से मांग की है कि इन दोनों देशों को दोषी करार देकर क्षतिपूर्ति की मांग की जाए। ईरान की इस औपचारिक मांग पर अब तक अमेरिका या इजराइल की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव कार्यालय से भी अभी तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं जारी किया गया है।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरकची ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को लिखे एक पत्र में कहा, हम औपचारिक रूप से मांग करते हैं कि सुरक्षा परिषद इजराइली शासन और संयुक्त राज्य अमेरिका को आक्रामकता के आरंभकर्ता के रूप में मान्यता दे और उनके द्वारा हुई क्षति के लिए मुआवजा और पुनर्वास सुनिश्चित करे।
इस युद्ध की शुरुआत 13 जून को इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए हमलों से हुई थी, जिसमें ईरान के परमाणु ठिकानों, रक्षा प्रतिष्ठानों, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया गया। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इन हमलों में कम से कम 627 लोगों की जान गई, जिनमें बड़ी संख्या में आम नागरिक शामिल थे।
इसके जवाब में अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर ‘बंकर बस्टर’ बमों से हमला किया। जवाबी प्रतिक्रिया में ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइलें दागीं। हालांकि, इन हमलों में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
ईरान द्वारा इजराइल पर की गई जवाबी मिसाइल कार्रवाई में 28 लोगों की मौत हुई, जिसकी पुष्टि इजराइली अधिकारियों ने की है। 12 दिन चले इस टकराव ने पश्चिम एशिया क्षेत्र को एक बार फिर युद्ध के मुहाने पर ला खड़ा किया।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
