

प्रयागराज, 29 जून (Udaipur Kiran) । छप्पन भोग प्रसाद अर्थात प्रभु साक्षात दर्शन होता है। भक्तों को भावना के साथ प्रसाद को ग्रहण करना चाहिए। यह बात रविवार को श्री जगन्नाथ जी रथ यात्रा समिति बड़ा रथ की ओर से आयोजित प्रसाद ग्रहण कार्यक्रम में रथ यात्रा समिति के अध्यक्ष हरीश चंद्र गुप्ता ने कही।
उन्होंने कहा कि प्रसाद ज्ञानी प्रभु साक्षात दर्शन करना होता है। प्रसाद को व्यर्थ न करें, प्रसाद उतना ही लेना चाहिए जितना आप ग्रहण कर सकते हैं। भक्तों ने प्रभु का दर्शन कर आशीर्वाद लेते हुए प्रसाद ग्रहण किया। श्री जगन्नाथ जी रथ यात्रा समिति बड़ा रथ की ओर से आज भगवान को छप्पन भोग का प्रसाद पूजन अर्चन के उपरांत चढ़ाया गया। जिसका छक कर भक्तों ने प्रसाद खाकर पुण्य प्राप्त किया।
सर्वप्रथम भगवान की अयोध्या वासी प्रभु राम के वेश मैं श्रृंगार करने के उपरांत पुनः भगवान श्री जगन्नाथ जी को सुंदर वस्त्र धारण करने के बाद भव्य तरीके से पूरी श्रद्धा एवं आस्था के साथ भगवान को छप्पन भोग का प्रसाद लगाया गया।
इस अवसर पर महामंत्री भगवान कृष्णा केसरवानी उदय कुमार मोहित जायसवाल नीरज सिंह जड़िया राम जी केसरवानी रमेश केसरवानी, महेंद्र मालवीय, निशांत, राजेश कुमार वैश्य, शैलेंद्र साहू,पार्षद नीरज गुप्ता, मीडिया प्रभारी पवन श्रीवास्तव, निखिल केसरवानी, जूही जायसवाल,वैष्णवी केसरवानी, अलका चौरसिया, रामचंद्र साहू अमित अग्रवाल राहुल पांडे एवं चंद्र प्रकाश सोनी सहित अनेक भक्त उपस्थित रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल
