
अयोध्या, 28 जून (Udaipur Kiran) । अयोध्या धाम की सुप्रसिद्ध पीठ मधुर माधुरी कुंज केशरी टीला, नजरबाग में दिव्य, भव्य फूलबंगला झांकी सजाई गई। फूल बंगला झांकी उत्सव काे पीठ के वर्तमान पीठाधिपति महंत वैदेही शरण महाराज ने अपना सानिध्य प्रदान किया। अवसर मंदिर के गर्भगृह में विराजमान केशरी किशोर सरकार के वर्षगांठ महाेत्सव का था।
मठ के गर्भगृह से लेकर पूरा मंदिर प्रांगण अनेकानेक सुंदर सुगंधित फूलों एवं रंग-बिरंगी विद्युत झालरों से सजा रहा। जिसकी आभा देखते हुए बन रही थी। रंग-बिरंगी विद्युत राेशनियाें और फूलों से पूरा मंदिर अलाेकित रहा। सायंकाल केशरी किशोर सरकार के पूजन-अर्चन, भाेग, आरती पश्चात मंदिर के पट साधु-संताें एवं श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खाेल दिया गया था। भक्तजनों ने फूल बंगला झांकी में विराजमान केशरी किशोर सरकार का दर्शन कर अपना जीवन धन्य बनाया और पुण्य के भागीदार बने। मंदिर में दर्शन-पूजन का सिलसिला देर रात्रि तक चलता रहा। पूरा आश्रम सुगंधित फूलों से महक रहा था। अयोध्या धाम के नामचीन कलाकाराें ने फूलबंगला से संबंधित अनेकानेक पद गाकर उत्सव में चार-चांद लगा दिया। कलाकारों ने फूलबंगला उत्सव की महफिल सजा दी। इससे श्राेतागण मंत्रमुग्ध हाे गए।
पीठ के पीठाधीश्वर महंत वैदेही शरण महाराज ने कलाकारों को न्याैछावर भी भेंट किया। अंत में भक्तजनों को फूलबंगला झांकी महाेत्सव का प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर मधुर माधुरी कुंज केशरी टीला के अधिकारी रामप्रिया शरण महाराज ने बताया कि आश्रम में विराजमान केशरी किशोर सरकार का वर्षगांठ महाेत्सव धूमधाम से मनाया गया। उत्सव पर मठ में फूलबंगला झांकी सजाई गई। इसके अलावा भजन संध्या समेत अन्य धार्मिक कार्यक्रम संपन्न हुए। आषाढ़ शुक्ल द्वितीया पर मंदिर में केशरी किशोर सरकार की प्राण प्रतिष्ठा की गई। थी। तब से हर वर्ष आषाढ़ शुक्ल द्वितीया पर भगवान का वार्षिकोत्सव मनाया जाता है और फूलबंगला झांकी सजती है। उसी अनुसार इस बार भी भव्य फूलबंगला झांकी सजाई गई। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही प्राचीन मठ है। जाे सैंकड़ो वर्ष पुराना है। जहां के गर्भगृह में केशरी किशोर सरकार विराजमान हैं। जाे अपने भक्तों का कष्ट हरते और उनकी रक्षा करते हैं। साथ ही साथ मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उनकी कृपा सदैव अपने भक्तों के ऊपर रहती है। वह भक्ताें पर आने वाली बाधाओं को दूर करते हैं। इस माैके पर माधुरी कुंज के महंत राजबहादुर शरण, रामनंदन दास समेत बड़ी संख्या में संत-महंत एवं भक्तजन माैजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय
