राजौरी, 28 जून (Udaipur Kiran) । सेना ने ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बहादुर नागरिकों को सम्मानित करने के लिए राजौरी में एक हार्दिक अभिनंदन समारोह आयोजित किया।
सेना ने एक्स पर कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में नागरिकों पर हुए बर्बर आतंकवादी हमले के जवाब में 6/7 मई 2025 की रात को भारत सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किया गया एक सैन्य अभियान था।
पहलगाम में शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को तोड़ने के उद्देश्य से व्यक्तियों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया गया था। आतंकवादियों ने एक स्थानीय टट्टू सवार सहित कुल 26 नागरिकों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। भारतीय सशस्त्र बलों ने पश्चिमी सीमा पर आतंकी लॉन्च पैडों के खिलाफ दृढ़, केंद्रित और गैर-प्रतिशोधात्मक प्रतिक्रिया दी। प्रारंभिक हमले के दौरान 9 आतंकी शिविर (पाकिस्तान में 04 और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में 05) नष्ट कर दिए गए। जवाब में पाकिस्तानी सेना ने सभी सीमाओं पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और जब उन्हें सशस्त्र बलों से मुंहतोड़ जवाब मिला तो पाकिस्तानी सेना ने राजौरी और पुंछ जिले में निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया जिसके परिणामस्वरूप 17 लोग मारे गए और लगभग 50 स्थानीय लोग घायल हो गए जिससे नागरिक बुनियादी ढांचे, आजीविका और पशुपालन भी प्रभावित हुआ।
बहादुरी, देशभक्ति की अपनी समृद्ध परंपरा को जारी रखते हुए जैसा कि 1948, 1965 और 1971 के पहले युद्धों में प्रदर्शित किया गया था और व्यक्तिगत नुकसान से प्रभावित हुए बिना राजौरी और पुंछ के अवाम ने हाथ मिलाया और सशस्त्र बलों के साथ अथक प्रयास किया और ऑपरेशन सिन्दूर के अंत में विजयी हुए। इस दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बहादुर नागरिकों को सम्मानित किया गया।
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(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
